नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन को लेकर एक टीवी चैनल पर एंकर और सीपीआई नेता अमीर हैदर जैदी के बीच तीखी बहस हुई।इस दौरान एंकर ने सीपीआई नेता जैदी को हड़काते हुए कहा कि यह शाहीनबाग की रैली नहीं है कि आप एकतरफा बोलेंगे।इस पर जैदी ने कहा कि इस तरह से बात करनी है तो आपने मुझे बुलाया ही क्यों? मैं डिबेट छोड़कर चला जाऊंगा।

एंकर ने कहा कि सरकार तो सारी बातें समझाकर थक चुकी है। ऊपर से बार-बार कहा जाता है कि सरकार अपना प्रतिनिधि क्यों नहीं भेज रहा है बात करने के लिए। तो सरकार भी कैसे संतुष्ट करे आप लोगों को? जब किसी भी बात को लेकर आप लोगों को भरोसा नहीं है सरकार के ऊपर।

इस पर जैदी ने कहा कि आपातकाल के समय सभी पर यह थोपा गया था। जब आपातकाल का आंदोलन चल रहा था तो किसी भी प्रतिनिधि से बात नहीं हुई थी। देश से बात हुई थी। यह व्यक्ति विशेष आंदोलन नहीं है। अगर इसकी जड़े पता चल जाती तो इसे कुचल दिया गया होता।

उन्होंने रास्ता बंद होने को लेकर अपनी बात रखी और कहा कि पुलिस द्वारा रास्तों को बंद क्यों कर दिया जाता है। प्रदर्शनकारी अपनी सुरक्षा की बात कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट से वह अपनी सुरक्षा की निगरानी की मांग कर रहे हैं।

एंकर ने कहा कि इन मांगों में आपने सीएए की बात नहीं की। इस पर जैदी ने कहा कि यह सरकार झूठों की सरकार है। यह जनता का आंदोलन है। इस पर एंकर भड़क गई तो उन्होंने कहा कि अगर यह झूठों की सरकार है तो आप लोग सरकार के प्रतिनिधि को क्यों बुला रहे हैं।

इस पर दोनों के बीच तीखी बहस हुई और एंकर ने कहा कि आप  शाहीन बाग की रैली में नहीं हैं कि एकतरफा बयान दे रहे हैं। इस पर जैदी लाल पीले होने लगे और बोले कि ऐसे बात करनी  हो तो मत बुलाया करिए। मैं डिबेट छोड़कर चला जाऊंगा।