दिल्ली के जामिया नगर में गुरुवार (30 जनवरी) को उस समय तनाव उत्पन्न हो गया जब संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक समूह पर एक व्यक्ति द्वारा पिस्तौल से गोली चलाए जाने से जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का एक छात्र घायल हो गया। व्यक्ति गोली चलाने के बाद पिस्तौल हवा में लहराते हुए आराम से निकल गया। पुलिस की भारी संख्या में तैनाती के बीच उसने चिल्लाकर कहा, ‘ये लो आजादी।’ घटना के बाद क्षेत्र में व्यापक प्रदर्शन शुरू हो गया। सैकड़ों लोग विश्वविद्यालय के पास जमा हो गए, लोगों ने बैरिकेड तोड़ दिये और पुलिसर्किमयों से भिड़ गए। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

इस घटना पर आज तक न्यूज चैनल के लाइव डिबेट शो ‘हल्ला बोल’ में चर्चा की गई। इस दौरान शो के एंकर रोहित सरदाना ने इस घटनाक्रम पर पैनल में शामिल जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक से सवाल किए। जब अजय आलोक एंकर के सवाल का जवाब दे रहे थे तो इस दौरान पैनल में शामिल अंसार रजा के साथ उनकी जमकर बहस हुई। जेडीयू प्रवक्ता ने इस दौरान कहा कि वे आग न लगाएं।

दरअसल एंकर पूछते हैं कि ‘अजय आलोक जी क्या देश के मुसलमानों को डराने के लिए ऐसे लोग प्लांट किए जा रहे हैं? क्या यह पुलिस की शह पर हो रहा है? एंकर के इस सवाल पर अजय आलोक कहते हैं ‘जो हुआ वह बहुत गलत हुआ। लेकिन जो हुआ उसमें अंसार रजा जैसे लोगों की बहुत बड़ी भूमिका है। मैं पिछले 15 दिन से कह रहा हूं कि ऐसे लोग सांप्रदायिकता की खाई बढ़ा रहे हैं और एक्शन का रिएक्शन होगा। इनके डॉक्टर काफिल रजा को मुंबई में अरेस्ट किया जाता है तो अलीगढ़ में उनके समर्थन में मार्च निकलने लगता है। वहीं शरजील इमाम की गिरफ्तारी पर जेएनयू में समर्थन मार्च निकलता है। ये सब क्या है? इन्हीं सब हरकतों की वजह से रिएक्शन बनता है।’

वह अंसार रजा को टारगेट करते हुए आगे कहते हैं ‘सांप्रदायिक विभाजन मत कीजिए। आज जिस शादाब नाम के लड़के को गोली लगी है वह किसी राहुल नाम के लड़के को भी लग सकती थी। आप के इन जहरीले भाषणों की वजह से ऐसे ही गोली लगने और लगाने का सिलिसा जारी रह सकता है। एक नाबालिग लड़के पर आप सवाल खड़े कर रहे हैं। पुलिस को अपना काम करने दीजिए और उसे जेल जाने दीजिए।’

अजय आलोक के इतना कहते ही अंसार रजा बीच में ही कूद पड़ते हैं। वह कहते हैं ‘हमने बालिग और नाबालिग का सवाल नहीं उठाया। पुलिस ये खुद कह रही है। वही दिल्ली पुलिस जो वहां खड़ी होकर देख रही थी। पुलिस की शह थी उस लड़के को।’ अंसार रजा के इस जवाब पर जेडीयू प्रवक्ता ने कहा ‘दिल्ली पुलिस की कार्रवाई अत्यंत दुखद है। आप में से किसी की हिम्मत हुई शरजील इमाम का विरोध करने की। हम वो लोग हैं जो सही को सही और गलत को गलत कहते हैं। आग मत लगाइए पेट्रोल लेकर बैठें आप इस चैनल में आग लगाने के लिए। मुसलमानों का ठेका ले रखा है।’ अंसार रजा इस पर पलटवार करते हुए कहते हैं ‘हमने मुस्लिमों का ठेका नहीं ले रखा है।’ देखिए डिबेट में आगे क्या हुआ:-