राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मुगल सल्तनत के शासक दारा शिकोह को अच्छे मुस्लिम के रूप में प्रचारित करने के मकसद से एक गोष्ठी का आयोजन किया। आरएसएस ने इस गोष्टि का आयोजन औरंगजेब को बुरा और उसके भाई शिकोह का अच्छा बताने के लिए किया। इसका आयोजन दिल्ली में किया गया। दारा शिकोह को भारत में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करने वाला बताया गया। संघ के संयुक्त महासचिव डॉक्टर कृष्ण गोपाल ने इस दौरान कहा, ‘मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यदि दारा शिकोह ने भारत में शासन किया होता तो देश में इस्लाम ज्यादा फलता-फूलता और हिंदू भी इस्लाम को बेहतर तरीके से समझ पाते।’

आरएसएस ने कहा कि 600 साल राज करने वाले मुसलमान अब डरे हुए क्यों हैं। इस मुद्दे पर ‘आज तक’ न्यूज चैनल के लाइव डिबेट कार्यक्रम में सवाल-जवाब किए गए तो तीखी नोंकझोंक देखने को मिली। इस दौरान पैनल में शामिल बीएसपी नेता धर्मवीर चौधरी ने आरएसएस और बीजेपी नेताओं को इतिहास का आईना दिखाया तो शो की एंकर अंजना ओम कश्यप ने कहा कि यहां हिस्ट्री की क्लास मत लगाइए।

दरअसल डिबेट के दौरान एक सवाल के जवाब में बीएसपी नेता कहते हैं ‘दारा शिकोह एक उदारवादी मुस्लिम नेता थे यह पूरा संसार जानता है। लेकिन मैं आरएसएस और बीजेपी के लोगों से आपके माध्यम से पूछना चाहता हूं कि पिछले दो महीने में आरएसएस और बीजेपी की तरफ से तीन बयान आए हैं। सबसे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत जी का, उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का और फिर कृष्ण गोपाल जी का। ये सभी देश को मुद्दों से भटका रहे हैं। ये देश भूखा मरने की कगार पर आ रहा है।’

 

वह आगे कहते हैं ‘आप रात दिन मुसलमान और पाकिस्तान और गाय की बात कर रहे हैं। दारा शिकोह एक अच्छे मुसलमान थे। सारागढ़ी के युद्ध की कहानी को इंग्लैंड के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाता है लेकिन भारतीय पाठ्यक्रम में इसका कहीं जिक्र तक नहीं है। क्या कृष्ण गोपाल को क्रांति के जनक महात्मा ज्योतिबा फूले, राजा नाहर सिंह याद नहीं आए? उन्हें सिर्फ दारा किशोह ही क्यों याद आए?’

बीएसपी नेता के इतना कहते ही शो की एंकर अंजना ओम कश्यप उन्हें बीच में ही टोक देती हैं। वह कहती हैं ‘तो क्या अब देश में इतिहास पर चर्चा बंद करवा दें। यहां पर हिस्ट्री की क्लास मत शुरू कीजिए। अच्छा रहेगा कि हम डिबेट के टॉपिक पर ही रहे।’ देखिए डिबेट में आगे क्या हुआ:-