आज तक पर डिबेट के दौरान एंकर चित्रा त्रिपाठी ने बीजेपी सांसद रविकिशन से पूछा कि आप लोगों ने राम के नाम का इस्तेमाल किया है, अगर सपा मुरलीधारी कृ्ष्ण के नाम का इस्तेमाल कर रही है तो दिक्कत क्या है? जवाब में रविकिशन ने कहा कि दिक्कत ये है कि इससे पहले जब हिंदुत्व की बात होती थी तो ये सब विपक्षी छाती पीटने लगते थे।

डिबेट में एंकर ने पूछा कि केशव प्रसाद मौर्य से जब सवाल किया जाता है तो वे सीएम के तौर पर योगी आदित्यनाथ का नाम क्यों नहीं लेते हैं? इसका जवाब देते हुए रविकिशन ने कहा कि बीजेपी एक संगठन है, यहां पीएम से लेकर सीएम तक सभी पार्टी के कार्यकर्ता हैं। केशव प्रसाद मौर्य और सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर विवाद विपक्ष खड़ा करने का काम कर रहा है। केशव प्रसाद मौर्य को भी पता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ही हैं। ऐसे में सवाल खड़े करने का मतलब ही नहीं है।


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा कौन होगा ये तय करना का काम दिल्ली यानी राष्ट्रीय नेतृत्व का है। नेता से जब पत्रकारों ने पूछा कि अगले साल विधानसभा चुनाव किसके चेहरे को आगे कर लड़ा जाएगा? इस पर मौर्य ने कहा, ‘आप गलत सवाल गलत व्यक्ति से कर रहे हैं। चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा ये तय करने का काम केशव प्रसाद मौर्य का नहीं है, उपमुख्यमंत्री का नहीं है बल्कि राष्ट्रीय नेतृत्व, दिल्ली का है।’

वहीं, भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने दावा किया है कि प्रदेश में सबसे ज्यादा जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा के प्रत्याशी चुनाव जीतेंगे। स्वतंत्र देव सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, ”प्रदेश मे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए तिथियां घोषित हो चुकी हैं, सबसे ज्यादा हमारे ही जिला पंचायत अध्यक्ष जीतेंगे। नामांकन के दिन देखिए क्या होता है? आप सभी को पता चल जाएगा।”

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने राम मंदिर ट्रस्ट में कथित भ्रष्टाचार के मामले पर कहा कि जिन लोगों को राम के नाम में आस्था नहीं, मंदिर में आस्था नहीं, रामसेतु में आस्था नहीं, देश का करोड़ों रुपया डकारने वालों को राम मंदिर पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।