मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली एनसीआर में बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। ऐसे में तापमान में भी गिरावट आएगी। मौसम विभाग के अनुसार पूरे हफ्ते दिल्ली एनसीआर में बारिश की संभावना है।। IMD के मुताबिक 30 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से लेकर मैदानी क्षेत्र उत्तर प्रदेश-बिहार और राजस्थान तक में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के लिए भी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके मुताबिक मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, बरेली, पीलीभीत, सहारनपुर जैसे कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। इस दौरान बिजली गिरने और वज्रपात का भी अलर्ट है। मौसम विभाग ने आज बिहार के लिए भी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके मुताबिक पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, गया, औरंगाबाद, पूर्णिया, किशनगंज में भारी बारिश, आकाशीय बिजली और वज्रपात होने की संभावना है। मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, पंजाब के लिए मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 26-28 अगस्त के बीच कुछ स्थानों पर और 29-30 अगस्त को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। हरियाणा के लिए पूर्वानुमान के अनुसार, 26 अगस्त को कई स्थानों पर, 27-28 अगस्त को कुछ स्थानों पर और 29-30 अगस्त को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए भूस्खलन और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कांगड़ा, चंबा, लाहौल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जबकि उना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, मंडी और कुल्लू के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। राजस्थान के जालौर, उदयपुर और सिरोही के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अलवर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झुंझुनू में भी बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को झमाझम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है। 27 और 28 अगस्त को अधिकतम तापमान 33 से 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
जम्मू के वैष्णो देवी में बारिश के कारण भूस्खलन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया। उन्होंने X पर एक पोस्ट में कहा, “जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के कारण भूस्खलन से हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इस सम्बन्ध में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री श्री उमर अब्दुल्ला जी और उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी से बात की। घायलों की मदद के लिए स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है और NDRF की टीम भी वहां पहुंच रही है।”
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान पर कुल्लू डीसी तोरुल एस रवीश ने कहा, "हमारे कई पुल और संपर्क सड़कें जल स्तर बढ़ने के कारण क्षतिग्रस्त हो गए। कुल्लू, मनाली और बंजार के शैक्षणिक संस्थान कल के लिए बंद कर दिए गए हैं और इस पर आगे का निर्णय मौसम की स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा।"
जम्मू के वैष्णो देवी में बारिश के कारण भूस्खलन से पांच लोगों की मौत हो गई है और 14 श्रद्धालु घायल हुए हैं। भूस्खलन की घटना के बाद वैष्णो देवी की यात्रा स्थगित कर दी गई है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भूस्खलन के चलते हर्षिल घाटी की ओर जाने वाला रास्ता पत्थरों और मलबे से अवरुद्ध। बचाव अभियान जारी है
जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पिछले 24 घंटे में डोडा में भारी नुकसान हुआ है। कश्मीर के रामबन में भारी बारिश से तबाही हुई है। बारिश के चलते जम्मू-कश्मीर हाइवे बंद कर दिया गया है। बादल फटने से नदियां उफान पर हैं।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर मंगलवार सुबह पुराने रेलवे पुल पर चेतावनी के निशान 204.50 मीटर को पार कर गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सुबह नौ बजे यमुना का जलस्तर 204.58 मीटर रहा। जलस्तर में बढ़ोतरी जारी रहने के पूर्वानुमान को देखते हुए स्थिति पर नजर रखी जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियों को बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जलस्तर बढ़ने का मुख्य कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है। पूर्वानुमान है कि जलस्तर और बढ़ेगा लेकिन आज शाम तक इसके खतरे के निशान से नीचे ही रहने की संभावना है।’’
जम्मू-कश्मीर में तवी नदी का जलस्तर बढ़ गया है और निक्की तवी क्षेत्र के पास इसके किनारों का कटाव हो रहा है, जिससे आस-पास के घरों को खतरा पैदा हो गया है।
जम्मू संभाग में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन मध्यम से भारी बारिश हुई, जिसके कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लगभग सभी नदियां और बरसाती नाले खतरे के निशान से ऊपर या उसके करीब बह रहे हैं, जिससे शहर और अन्य स्थानों के कई निचले इलाकों और सड़कों पर जलभराव हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि रामबन जिले के चंद्रकोट, केला मोड़ और बैटरी चश्मा में पहाड़ियों से पत्थर गिरने के बाद एहतियात के तौर पर 250 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज सुबह यातायात रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले एकमात्र बारहमासी राजमार्ग पर जम्मू के उधमपुर और कश्मीर के काजीगुंड में वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक राजमार्ग पर भारी बारिश जारी थी। अधिकारियों ने बताया कि किश्तवाड़ जिले में त्रेठ नाले के पास पाडर सड़क का एक हिस्सा बह गया, जबकि उधमपुर में रामनगर-उधमपुर सड़क और डोडा में जंगलवार-थाथरी सड़क क्रमशः कोंगा और थाथरी में भूस्खलन के बाद बंद कर दी गई।
दिल्ली के कई इलाकों में मंगलवार सुबह बारिश हुई, साथ ही दिन में बारिश होने और तेज हवाएं चलने की संभावना है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान करीब 31 डिग्री सेल्सियस होने का अनुमान है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली में एक्यूआई 55 रहा जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।
भूस्खलन के कारण धर्मशाला के आसपास सड़क संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भूस्खलन के खतरे के कारण मैकलोडगंज जाने वाला रोपवे बंद कर दिया गया है। मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि स्थानीय मौसम कार्यालय ने मंगलवार के लिए जिले में ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है और एहतियात के तौर पर शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है। राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि 795 सड़कों में से, मंडी जिले में 289, चंबा में 214 और कुल्लू में 132 सड़कें बंद हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-तीन (मंडी-धर्मपुर मार्ग) और राष्ट्रीय राजमार्ग 305 (औट और सैंज) भी बंद हैं। एसईओसी ने बताया कि 20 जून से 25 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 156 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 38 लोग लापता हैं। एसईओसी ने कहा है कि राज्य में अब तक अचानक बाढ़ की 77 घटनाएं, 41 बार बादल फटने और भूस्खलन की 81 घटनाएं हुई हैं।
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। आईएमडी ने चंबा, कांगड़ा और मंडी के लिए दो दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
जम्मू-कश्मीर: डोडा जिले के उप-मंडल गंडोह शुक्रा में लगातार हो रही बारिश पर एसडीएम अरुण कुमार बड्या ने बताया, "पिछले 72 घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण कुछ घरों में दरारें आ गई हैं। लगभग 4-5 घर खतरे में हैं। वे रहने लायक नहीं हैं... हम प्रभावित परिवारों को पास के सरकारी संस्थानों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वासित कर रहे हैं... सभी घरों का आकलन किया जा रहा है। हम जल्द ही एक रिपोर्ट भेजेंगे... हमारी प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाना है।"
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुँच गया है।
उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटे में मूसलाधार बारिश और आंधी के कारण तीन बच्चों सहित कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 50 व्यक्ति घायल हो गए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा में ये मौतें ऐसे समय में हुई हैं, जब पाकिस्तान 26 जून से 20 अगस्त के बीच आए शुरुआती मानसून से जूझ रहा है, जिसमें शनिवार तक 788 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,018 घायल हुए हैं।
बिहार में 24 अगस्त से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद आई बाढ़ से सात जिलों के करीब आठ लाख लोग प्रभावित हुए हैं। सोमवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान के मुताबिक, ‘‘ सात जिलों-भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, लखीसराय, भोजपुर, वैशाली और मधेपुरा में लगातार बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं। राज्य में 600 से अधिक गांवों के कुल 7,94,749 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार शाम तक पिछले 24 घंटे में हुई भारी बारिश के कारण व्यापक तबाही हुई है और कई स्थानों पर मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित लगभग 795 सड़कें बंद हो गई हैं। मंडी, कांगड़ा, चंबा, बिलासपुर और कुल्लू जिलों में जिला प्रशासन ने बारिश को देखते हुए शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है। कांगड़ा ज़िले के इंदौरा, फ़तेहपुर, जसूर और नूरपुर इलाक़ों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 26 अगस्त के लिए कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। चंबा, कांगड़ा, लाहौल स्पीति के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया हैं। कुल्लू और मंडी के लिए ऑरेंज अलर्ट है।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में 26 अगस्त को तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, गढ़वाल और उधम सिंह नगर के लिए मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार को बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के शामली, बागपत, बहराइच, सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती, शाहजहांपुर समेत पूर्वी और पश्चिमी इलाकों के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने बताया है कि मंगलवार को राजधानी पटना, मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में गरज के साथ बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर बिजली भी गिर सकती है। सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक उत्तर पश्चिम भारत में गरज के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। कई इलाकों में बिजली भी गिर सकती है। हालांकि इसके बाद बारिश में कमी आएगी।
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर के लिए इस पूरे हफ्ते बारिश का अनुमान जताया है। दिल्ली में पूरे हफ्ते रुक-रुक कर बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी।
भारत ने पाकिस्तान को तवी नदी में संभावित बाढ़ के बारे में सचेत किया है। समाचारपत्र ‘द न्यूज’ ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत ने संभावित बाढ़ के बारे में जानकारी साझा करने के लिए पाकिस्तान से संपर्क किया है। भारत या पाकिस्तान की ओर से इस घटनाक्रम की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है और आमतौर पर ऐसी जानकारी सिंधु जल आयुक्त के माध्यम से साझा की जाती है। सूत्रों के हवाले से खबर में दावा किया गया है कि भारत ने जम्मू में तवी नदी में संभावित भीषण बाढ़ के बारे में पाकिस्तान को आगाह किया है।
IMD के अनुसार, 26 अगस्त तक गुजरात, ओडिशा, राजस्थान और उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. सोमवार को अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, बिहार, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, उत्तर प्रदेश, झारखंड, कोंकण और गोवा, मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों तक इन क्षेत्रों में अलग-अलग जगहों पर गरज के साथ छींटे पड़ने का भी अनुमान लगाया है.
आईएमडी के वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने कहा, "आज उत्तर प्रदेश के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। हरियाणा और उससे सटे उत्तरी राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है और इस सिस्टम के प्रभाव से पिछले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज़्यादा, 173 मिमी बारिश नागौर में दर्ज की गई है। अगले पांच से सात दिनों में राजस्थान के अधिकांश इलाकों में मानसून के सक्रिय रहने की प्रबल संभावना है। खासकर दक्षिणी राजस्थान के जिलों, यानी उदयपुर, जालौर, सिरोही और आसपास के जिलों में अगले तीन से चार दिनों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश और कुछ छिटपुट स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, आज भी उत्तर-पश्चिमी राजस्थान, बीकानेर संभाग, शेखावाटी क्षेत्र और राज्य के उत्तरी इलाकों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।"
राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर जयपुर, नागौर और अजमेर के कलेक्टरों ने सोमवार और मंगलवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी ने भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर सोमवार और मंगलवार को सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। राज्य के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने के कारण अलग-अलग घटनाओं में चार नाबालिगों और एक सरकारी स्कूल शिक्षक सहित छह लोगों की मौत हो गई। कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण 12 में से पांच जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, जबकि दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 484 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। शिमला मौसम कार्यालय ने 30 अगस्त तक राज्य के दो से सात जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि ‘येलो अलर्ट’ के मद्देनजर बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, ऊना और सोलन जिलों में आवासीय संस्थानों को छोड़कर सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।