केंद्र सरकार का कहना है कि भारत-चीन सीमा पर तनाव को खत्म करने के लिए कोशिशें की जा रही हैं। इस बीच देश में 80 चीनी कंपनियां सक्रिय रूप से कारोबार कर रही हैं। भारत में कारोबार करने से चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध से जुड़े एक सवाल के जवाब में राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि फिलहाल भारत में 92 चीनी कंपनियां रजिस्टर्ड हैं, जिनमें से 80 कंपनियां हैं जो ‘सक्रिय’ रूप से कारोबार कर रही हैं।

मंत्री ठाकुर ने कहा कि सभी नियम लागू हैं और सभी कंपनियों को उनका पालन सुनिश्चित करने की जरूरत है। उन्होंने आगे बताया कि FDI को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नियमित किया जाता है। रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा सहित कुछ क्षेत्रों को छोड़कर इसे सरकार की इजाजत मिली हुई है।

बता दें कि सरकार ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। पिछले साल चीनी ऐप टिकटॉक और PUBG पर बैन लगाया गया था। पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद इन ऐप्स पर सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए प्रतिबंध लगाया गया था।

सरकार ने जून में स्थायी रूप से टिकटॉक और दूसरे चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने के लिए नए नोटिस जारी किया था। सरकार ने ऐप्स को गोपनीयता और सुरक्षा से जुड़े सवालों का जवाब देने के लिए कहा था।

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि टिकटॉक, वीचैट और यूसी ब्राउजर जैसी कंपनियों से भी सवाल पूछे गए थे। सरकार ने कंपनियों के दिए गए जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर इन 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था।