7th pay commission Latest Update: नए साल पर जहां केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्‍ता व फिटमेंट फैक्‍टर बढ़ने की चर्चा चल रही है। वहीं कई राज्‍यों में अभी कर्मचारियों का पुराना भत्‍ता बढ़ाने की घोषणा की जा रही है। इसके अलावा सरकार की ओर से एक और भत्‍ता दिया जा रहा है, जिसके क्‍लेम करने पर दो हजार से अधिक की रकम केंद्रीय कर्मचारियों के एक बच्‍चे के लिए दी जा सकती है। अगर आपने अभी तक यह काम नहीं किया है तो इसे फटाफट निपटा लेना चाहिए।

दरअसल, सातवें वेतन आयोग के तहत केंद्रीय कर्मचारियों के बच्‍चों के लिए शिक्षा भत्‍ता दिया जात है। जो केंद्र सरकार के कर्मचारी COVID-19 महामारी के कारण बाल शिक्षा भत्ता (CEA) का दावा करने में असमर्थ थे, वे अब इसके लिए अनुरोध कर सकते हैं। कर्मचारी न्यूनतम कागजी कार्रवाई के साथ इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं। केंद्र सरकार सरकारी कर्मचारियों को बच्चों की शिक्षा के लिए भत्ता सातवें वेतन आयोग के मुताबिक केंद्र सरकार के कर्मचारियों को हर महीने 2,250 रुपये तक देती है।

क्‍लेम करने में क्‍या आ रही समस्‍या
हालाकि इसे क्‍लेम करने में कर्मचारियों को बहुत सी समस्‍याएं आ रही हैं। क्‍योंकि कोरोना महामारी के फिर से एक बार बढ़ने से कई स्‍कल बंद हैं, जिससे जरुरी दस्‍तावेज नहीं मिल पा रहे हैं। इसके अलावा शिक्षण शुल्‍क दस्‍तावेज मिलना मुश्किल हो जाता है। इस कारण बाल शिक्षण भात्‍ता का क्‍लेम करना संभव नहीं हो जाता है।

क्‍या है नियम
पहले कमचारियों को बच्‍चों के शिक्षा भत्‍ता का दावा करने के लिए स्‍कूल प्रमाण पत्र और सहायक दस्‍तावेज जमा करने की आवश्‍यकता होती थी। इतना ही नहीं इसके अलावा भी कई और दस्‍तावेजों बच्चे का रिपोर्ट कार्ड, स्व-सत्यापित प्रति और शुल्क रसीद देना होता था। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के अनुसार, सरकारी कर्मचारियों को भत्ते का दावा करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि उन्हें पूरी फीस का भुगतान करने के बावजूद परिणाम / रिपोर्ट कार्ड नहीं मिल पाया था।

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अभी क्‍या हुआ है बदलाव
डीओपीटी ने हाल ही में कहा है कि शिक्षा भत्‍ता (सीईए) का दावा स्व-घोषणा या परिणाम, रिपोर्ट कार्ड, एसएमएस व शुल्क भुगतान के ई-मेल के प्रिंट आउट के माध्यम से किया जा सकता है। हालाकि, यह सुविधा केवल मार्च 2020 और मार्च 2021 में समाप्त होने वाले शैक्षणिक वर्ष के लिए उपलब्ध होगी। इसके बाद पुराने नियम के अनुसार ही भत्‍ते का भुगतान किया जा सकता है।