7th Pay Commission: पंजाब के नए मुख्यमंत्री बनने के बाद कांग्रेस के दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने सूबे में खाली पड़ी सरकारी नौकरियों को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
उन्होंने वादा किया है कि अगले चार महीनों में सभी रिक्त पदों को भर लिया जाएगा। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि अब ग्रुप डी (चतुर्थ श्रेणी) के कर्मचारियों को कॉन्ट्रैक्ट (संविदा) के बजाय पक्की भर्ती के रूप में रखा जाएगा। चन्नी ने बताया कि उन्होंने अपने अफसरों को एक लाख नियुक्तियां करने को निर्देश दिए हैं।
गुरुवार (23 सितंबर, 2021) को आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आईकेजीपीटीयू) में राज्यस्तरीय रोजगार मेला और 150 करोड़ रुपए की लागत से बने डॉक्टर बीआर अंबेडकर म्यूजियम के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान उन्होंने युवाओं से कहा, “आपका भाई सीएम बन चुका है और जानता है कि आपको उसे एडजस्ट करना है और मौके देने हैं। मैंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जितना संभव हो उतनी सरकारी नौकरियां दिया जाना सुनिश्चित किया जाए।”
वह आगे बोले- मंत्री के नाते मैंने इस बात पर जोर दिया था कि हमारे पास चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की रेग्युलर पोस्ट होनी चाहिए, पर मुझसे कह दिया जाता था कि हमारे पास सिर्फ क्लास ए और क्लास बी अफसर ही ऐसी पर्मानेंट नौकरी पा सकते हैं, जो कि महीने में दो लाख 25 हजार रुपए तक की तनख्वाह पाते हैं। जो लोग 10 हजार रुपए या उससे अधिक पा रहे हैं, वे हमेशा बाहर से रखे (कॉन्ट्रैक्ट पर) जाते हैं। अब मेरे पास अधिकार है, इसलिए मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि क्लास डी के सभी कर्मचारियों की पक्की भर्ती हो।
इससे पहले, चन्नी ने शपथ लेने के बाद कई घोषणाएं की थीं, जिनके जरिए उन्होंने संकेत दे दिए थे कि आने वाले समय में सूबे के सरकारी कर्मियों के अच्छे दिन आने वाले हैं।
मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहली प्रेस वार्ता में उन्होंने हड़ताली कर्मियों से अपील की थी कि वे हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौट आएं। बकौल सीएम, “हमें कुछ वक्त दिया जाए। सरकार कर्मचारियों की समस्या को हल करेगी।”
इससे पहले, चन्नी ने शपथ लेने के बाद कई घोषणाएं की थीं, जिनके जरिए उन्होंने संकेत दे दिए थे कि आने वाले समय में सूबे के सरकारी कर्मियों के अच्छे दिन आने वाले हैं।
मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहली प्रेस वार्ता में उन्होंने हड़ताली कर्मियों से अपील की थी कि वे हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौट आएं। बकौल सीएम, “हमें कुछ वक्त दिया जाए। सरकार कर्मचारियों की समस्या को हल करेगी।”