राज्‍यसभा चुनाव में अब सिर्फ दो दिन रह गए हैं। शनिवार को होने वाले चुनाव में 7 सीटें ऐसी हैं जहां दिलचस्‍प मुकाबला देखने को मिलेगा। कर्नाटक को छोड़कर जहां JD(S) और कांग्रेस के बीच लड़ाई है, बाकी जगह भाजपा और कांग्रेस उम्‍मीदवारों के बीच संसद के उच्‍च सदन पहुंचने के लिए कड़ी टक्‍कर होगी।

उत्‍तर प्रदेश में बीजेपी समर्थित प्रीति महापात्रा के निर्दलीय उम्‍मीदवार के तौर पर एंट्री से राज्‍य 11वीं सीट के लिए मुकाबला दिलचस्‍प हो चला है। भाजपा ने कांग्रेस उम्‍मीदवार कपिल सिब्‍बल की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 8 अतिरिक्‍त वोटों की जरूरत के चलते सिब्‍बल की उम्‍मीदें तभी सच हो सकती हैं जब कांग्रेस बसपा के 12 सरप्‍लस वोट पा जाए।

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हरियाणा में कांग्रेस ने कोई आधिकारिक उम्‍मीदवार नहीं खड़ा किया है लेकिन खबर है कि बीजेपी समर्थि‍त सुभाष चंद्रा को भूपिंदर सिंह हूडा का भी साथ मिल रहा है। कांग्रेश ने शुक्रवार को विधायकों की बैठक बुलाई है।

मध्‍य प्रदेश में, भाजपा ने दूसरी सीट के लिए कांग्रेस के विवेक तनखा को टक्‍कर देने के लिए ‘निर्दलीय’ विवेक गोटिया को समर्थन दिया है। कांग्रेस उम्‍मीदवार को अपनी पार्टी के विधायकों के अलावा एक वोट और चाहिए होगा। बसपा ने अपने 4 विधायकों का समर्थन तनखा को देने का फैसला किया है लेकिन बीजेपी ‘गोटिया’ के साथ बनी हुई है।

उत्‍तराखंड में कांग्रेस उम्‍मीदवार प्रदीप तमता को अपनी पार्टी के 27 विधायकों के अलावा दो वोट और चाहिए होंगे। भाजपा के आधिकारिक उम्‍मीदवार अनिल गोयल हैं लेकिन ‘निर्दलीय’ गीता ठाकुर को बसपा से 2 और PDF के 4 विधायकों का वोट जुटाने की उम्‍मीद हैं, कांग्रेस भी इन्‍हीं दोनों पार्टियों के समर्थन का दावा कर रही है।

झारखंड की दूसरी सीट पर भाजपा ने जेएमएम के बसंत सोरेन को चुनौती देने के लिए महेश पोद्दार को समर्थन दिया है। केन्‍द्रीय मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी आसानी से राज्‍यसभा पहुंचेंगे। अगर जेएमएम विधायक एकजुट होकर सोरेन को वोट देते हैं, तो वह कांग्रेस और आरजेडी के समर्थन से जीत सकते हैं। कांग्रेस ने राजस्‍थान की पांचवी सीट के लिए कमल मोरका को समर्थन दिया है लेकिन अभी भी वह जीत से पांच वोट दूर हैं।