प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (9 अप्रैल) को कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिजर्व पहुंचे। वहां थेप्पाकडू हाथी शिविर में अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी हाथियों को गन्ना खिलाते नजर आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक में बांदीपुर और मुदुमलाई टाइगर रिजर्व का दौरा किया। प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने बांदीपुर टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी का आनंद उठाया। पीएम रविवार सुबह बांदीपुर बाघ अभयारण्य गए और फिर वहां से थेप्पाकडू के एलिफैंट कैंप पहुंचे।
प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर मैसूर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन ने 6 अप्रैल से 9 अप्रैल 2023 तक टाइगर रिजर्व में पर्यटकों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा, प्राधिकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 181 पर वाहनों की आवाजाही भी बंद कर दी है।
IBCA की शुरुआत करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री इस दौरान ‘इंटरनेशनल बिग कैट्स अलायंस’ (IBCA) की शुरुआत भी करेंगे। आईबीसीए में ऐसे देश शामिल हैं, जहां ‘मार्जार’ प्रजाति के सात पशु-बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, पुमा, जगुआर और चीता पाए जाते हैं। यह संगठन इन पशुओं के संरक्षण और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने जुलाई 2019 में विश्व नेताओं से इस पहल का आह्वान किया था ताकि एशिया में इन जीवों के अवैध शिकार और व्यापार को रोका जा सके। बता दें कि देश में 2014 के बाद से इन सातों जीवों की आबादी बढ़ी है। इनमें बाघों की आबादी 33 प्रतिशत बढ़कर 2018 में 2,967 पर पहुंच गई जबकि 2014 में यह 2226 थी। बाघों की अंतिम गणना 2018 में हुई थी।
‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 वर्ष पूरे होने पर जारी किया जाएगा स्मारक सिक्का
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 अप्रैल को ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरे होने के अवसर पर मैसूर में आयोजित एक विशाल कार्यक्रम में देश में बाघों की आबादी को लेकर नए आंकड़े जारी करेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ‘अमृत काल’ के दौरान बाघ संरक्षण के लिए सरकार का दृष्टिकोण भी पेश करेंगे। इस दौरान वह ‘बाघ संरक्षण के लिए अमृत काल का विजन’ का विमोचन, बाघ अभयारण्य के प्रबंधन प्रभावी मूल्यांकन के पांचवें चक्र की सारांश रिपोर्ट, बाघों की संख्या की घोषणा और अखिल भारतीय बाघ अनुमान की सारांश रिपोर्ट जारी करेंगे। प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर एक स्मारक सिक्का भी जारी किया जाएगा।