राजस्थान के उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर से पहले राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने द इंडियन एक्स्प्रेस से बात की। इस दौरान उन्होंने पार्टी से संबंधित कई मुद्दों और आगे के लिए कांग्रेस के रोडमैप पर बातचीत की।
पिछले कुछ सालों में चुनावों में हार के बावजूद कांग्रेस शालीनता के बंधन में बंधी हुई है। ऐसे में यह चिंतन शिविर किस हद तक सब कुछ ठीक करेगा? इस सवाल के जवाब में सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नव संकल्प चिंतन शिविर आयोजित करने का मूल कारण यह बताना है कि पार्टी बीजेपी के एक विकल्प के रूप में उभर सके। उन्होंने कहा कि अगले तीन दिनों में इन सभी पर चर्चा की जाएगी।
40 से कम उम्र के 50 प्रतिशत सदस्य: कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक वर्ग पार्टी में युवाओं के अधिक प्रतिनिधित्व की मांग कर रहा है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि शिविर में लगभग 430 लोग आ रहे हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत प्रतिनिधि 40 साल से कम उम्र के हैं। ऐसे में 40 से कम उम्र के 50 प्रतिशत सदस्यों का शिविर में आना पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के युवा नेतृत्व की ओर काम करने के पीछे की मानसिकता को दर्शाता है।
सचिन पायलट ने कहा कि हम एक वैकल्पिक शासन मॉडल देना चाहते हैं ताकि लोगों को पता चले कि आम आदमी को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर कांग्रेस कहां खड़ी है। प्रशांत किशोर से जुड़े सवाल पर पायलट ने कहा कि हर कांग्रेसी चाहता है कि पार्टी चुनावों में सफल हो और मुझे लगता है कि 2024 बहुत दूर नहीं है।
नई ऊर्जा और जोश के साथ आगे बढ़ेंगे: कांग्रेस नेता ने कहा कि अगले दो साल तक चाहे किसी भी राज्य में चुनाव हों, हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस का नेतृत्व इस बारे में चर्चा करने, बहस और विचार करने पर काफी खुले विचारों वाला है कि क्या किया जाना चाहिए? सचिन पायलट ने दावा किया कि चिंतन शिविर खत्म होने के बाद हमें चुनौती देने वाली राजनीतिक ताकतों का मुकाबला करने के लिए हम एक नई ऊर्जा और नए जोश के साथ आगे बढ़ेंगे।
कांग्रेस में बड़े बदलाव की उम्मीद: शिविर के बाद कांग्रेस में कौन से बड़े बदलाव की उम्मीद की जा सकती है? इस सवाल के जवाब में सचिन पायलट ने कहा कि विचार-विमर्श के बाद 15 मई को पार्टी यह घोषित करेगी कि वास्तव में क्या हुआ और हम किस पर सहमत हुए। लेकिन शिविर बुलाने और 6 समितियों के गठन का मूल मकसद यह है कि क्या गलत हो रहा है? हमारा वैकल्पिक शासन ढांचा क्या होगा? और हम चीजों को कैसे आगे बढ़ाएंगे?
लोग बीजेपी को वोट देते हैं इस सवाल पर सचिन पायलट ने कहा सिर्फ इसलिए कि बीजेपी कुछ चुनाव जीतती है, इसका मतलब यह नहीं है कि उनके सारे पाप धुल गए हैं। किसानों ने डेढ़ साल तक विरोध किया और आत्महत्या कर ली। क्या उन्होंने किसानों से माफी मांगी है? भाजपा किसानों और युवाओं को कुचल रही है और हर तरह की पाबंदियां लगाई जा रही हैं। मुझे लगता है कि चुनाव जीतने से उन्हें वह करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता जो वो चाहते हैं।