बिहार विधानसभा चुनाव में आने में अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन सियासत अभी से तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डीएनए’ संबंधी बयान को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां की जनता का अपमान बताते हुए मोदी से इसे शीघ्र वापस लेने की मांग की।

नीतीश ने ट्वीटर पर लिखा, “DNA पर मोदीजी का वक्तव्य बिहार और बिहार के लोगों का अपमान हैं, लोकतंत्र में जनता सर्वोपरी है, अब इस विषय का फैसला जनता की अदालत में होगा”

आगे उन्होंने ट्वीट किया, “शब्दवापसी के इस महाअभियान में कम से कम 50लाख बिहार के लोग हस्ताक्षर अभियान से जुड़ेंगे और DNA टेस्ट्स के लिए अपना सैंपल भी मोदीजी को भेजेंगे”

नीतीश ने अपने अगले ट्वीट में स्वाभिमान रैली से इस अभियान को शुरू करने की बात कही, “इस महीने के 29 तारीख को पटना के गाँधी मैदान में “स्वाभिमान रैली” के साथ इस अभियान के पहले चरण को पूरा किया जाएगा”

नीतीश ने ट्वीट कर कहा, ‘DNA के अपने वक्तव्य को वापस न लेने की मोदीजी की हठधर्मिता और फिर कल गया रैली में बिहार को बीमारू और लोगों को दुर्भाग्यशाली बताना अशोभनीय है। हमारा यह विश्वास है कि बिहार और बिहार की जनता को अपमानित करने वालों को यहां की जनता माकूल जवाब देगी।’