देश में शुक्रवार साढ़े दस बजे तक कोरोना विषाणु संक्रमण के 41,448 मामले जबकि संक्रमण की वजह से 595 लोगों की मौत हुई। ये आंकड़े राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य विभागों की ओर से जारी किए गए।
देश में सबसे अधिक कोरोना विषाणु संक्रमण के मामले केरल में दर्ज किए गए। केरल स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में कोरोना के 20,772 मामले दर्ज किए गए जबकि 116 लोगों की मौत हुई। केरल के अलावा महाराष्ट्र में 6,600, आंध्र प्रदेश में 2,068, तमिलनाडु में 1,947, कर्नाटक में 1,890, ओड़ीशा में 1,558, असम में 1,179, मणिपुर में 874, मिजोरम में 774, पश्चिम बंगाल में 711, तेलंगाना में 614, मेघालय में 569, अरुणाचल प्रदेश में 335, त्रिपुरा में 271, सिक्किम में 179, गोवा में 152, हिमाचल प्रदेश में 146, जम्मू कश्मीर में 137, छत्तीसगढ़ में 125, पुदुचेरी में 90, बिहार में 72, दिल्ली में 63, नगालैंड में 60, पंजाब में 48, उत्तर प्रदेश में 42, उत्तराखंड में 41, राजस्थान में 28, हरियाणा में 26, झारखंड में 21, गुजरात में 21, लक्षद्वीप में 16, मध्य प्रदेश में 10, लद्दाख में चार, चंडीगढ़ में चार और दादर नागर हवेली व दमन दीव में एक मामला दर्ज किया गया।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के 63 नए मामले, तीन मरीजों की मौत
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को कोविड-19 के 63 नये मामले सामने आए जबकि संक्रमण से तीन लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि दिल्ली में संक्रमण की दर 0.09 प्रतिशत है। जानकारी के अनुसार, कोरोना संक्रमण से और तीन लोगों की मौत होने के साथ ही महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 25,052 हो गयी है।
आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली में कोविड-19 से किसी के मरने की सूचना नहीं थी, हालांकि 51 नये मामले सामने आए थे तथा संक्रमण की दर 0.08 प्रतिशत थी। महामारी की दूसरी लहर शुरू होने के बाद से यह तीसरा मौका था जब राष्ट्रीय राजधानी में किसी एक दिन किसी मरीज की मृत्यु की खबर नहीं थी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 18 जुलाई और 24 जुलाई को भी कोविड से मृत्यु की कोई खबर नहीं थी। राष्ट्रीय राजधानी में अप्रैल-मई में कोविड की दूसरी लहर महसूस की गयी थी।
शुक्रवार को संक्रमण के 63 मामले सामने आए जबकि तीन मरीजों की मौत हुयी। बुधवार को यहां 67 मामले सामने आए थे और तीन मरीजों की मौत हुयी थी। अप्रैल के आखिरी हफ्ते में संक्रमण दर 36 फीसदी तक पहुंच गई थी। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पिछले दिनों महामारी की तीसरी लहर की आशंका के प्रति सतर्क किया था।