Tahawwur Rana News: एनआईए को 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा की 18 दिन की हिरासत दी गई है। एजेंसी को लश्कर-ए-तैयबा के जासूस डेविड कोलमैन हेडली द्वारा उसकी भूमिका के बारे में किए गए खुलासों के बारे में पूछताछ करनी है। यह पूछताछ एनआईए हेडक्वार्टर में इंटेलिजेंस ब्यूरो और जांच एजेंसी के अधिकारी कर रहे हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि राणा को गुरुवार शाम दिल्ली लाया गया और हिरासत देने के लिए कोर्ट में पेश किया गया। उसका सामना एफबीआई और इलिनोइस के उत्तरी जिला न्यायालय में दी गई उसकी गवाही से भी कराया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘उनसे उन तथ्यों पर नए सिरे से पूछताछ की जाएगी। एनआईए को हेडली तक पहुंच दी गई थी, लेकिन राणा तक नहीं। इसलिए, एजेंसी पहली बार उससे पूछताछ कर रही है। यह देखने की कोशिश की जा रही है कि क्या वह भारत से जुड़ी और जानकारी दे सकता है, जो उसने एफबीआई को नहीं बताया होगा।’
तहव्वुर राणा पर 26/11 के हमलों की प्लानिंग करने और इसके लिए सैन्य मदद देने का आरोप है। उसने शिकागो में मौजूद इमिग्रेशन बिजनेस की एक ब्रांच मुंबई में खोली थी, ताकि नवंबर 2008 में हमले से पहले हेडली को जासूसी का मौका मिल सके। 2009 में शिकागो में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद राणा से FBI ने गहनता से पूछताछ की थी।
इस प्लेन से भारत लाया गया तहव्वुर राणा
कोर्ट ने इन मामलों में चलाया मुकदमा
इलिनोइस में कोर्ट ने उस पर भारत में आतंकवाद को मैटेरियल देने, डेनमार्क में आतंकवाद की साजिश रचने और लश्कर-ए-तैयबा को मदद देने के लिए भी मुकदमा चलाया। बाद में उसे पहले आरोप से बरी कर दिया गया। एक अधिकारी ने कहा, ‘अब एनआईए का काम ऐसे सबूतों के साथ मामला तैयार करना है जिससे उसे दोषी ठहराया जा सके। 26/11 के हमलों और भारत पर हमला करने की लश्कर की बड़ी साजिश के बारे में हमारा अपना दृष्टिकोण है। हमें उम्मीद है कि उससे और जानकारी हासिल की जा सकेगी।’
सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एजेंसी के लिए खास रुचि मुंबई हमले से पहले राणा की भारत की यात्राएं हैं। अमेरिका में हेडली की गवाही और एफबीआई के केस दस्तावेजों से यह बात सामने आई कि हमले से कुछ दिन पहले राणा 13 नवंबर से 21 नवंबर 2008 के बीच भारत आया था। भारत में रहने के दौरान राणा और उसकी पत्नी हापुड़, दिल्ली, आगरा, कोच्चि, अहमदाबाद और मुंबई सहित कई जगहों पर गए थे।
अमेरिकी अधिकारियों को राणा ने क्या बताया?
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, ‘उसने अमेरिकी अधिकारियों को बताया कि वह आतंकी भर्ती के लिए आया था। हमें इस तथ्य की पुष्टि करनी होगी। हमें यह भी पता लगाना होगा कि वह किन अन्य जगहों पर गया था और उसने वहां क्या किया। अगर वह भर्ती के लिए आया था, तो वह किन लोगों से संपर्क में आया था, यह जानना हमारे लिए दिलचस्प होगा।’ एजेंसी यह भी जांच कर रही है कि राणा ने हेडली या भारत में लश्कर-ए-तैयबा की अन्य गतिविधियों को किस तरह की वित्तीय मदद दी थी।
अधिकारी ने यह भी बताया, ‘हमें यह भी पता लगाना है कि क्या अन्य आतंकी हमलों की भी प्लानिंग थी। राणा की मदद से और पाकिस्तान में अपने आकाओं के निर्देश पर हेडली ने भारत में कई जगहों की टोह ली थी। इसमें नेशनल डिफेंस कॉलेज, भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर, भारत भर में चबाड हाउस, डिफेंस इंस्टालेशन और हिंदू पूजा स्थल शामिल थे।’ आखिर कठघरे में आया मुंबई आतंकी हमले का अहम आरोपी तहव्वुर राणा