2002 Gujarat Riots News: गुजरात के नरोदा गाम केस में अहमदाबाद की एक विशष कोर्ट ने गुरुवार (20 अप्रैल, 2023) को फैसला सुना दिया है। स्पेशल कोर्ट ने माया कोडनानी, बाबू बजरंगी सहित सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। 21 साल पहले हुए इन दंगों में 11 लोगों की जान चली गई थी। इस मामले में पूर्व भाजपा विधायक और गुजरात सरकार में मंत्री रहीं माया कोडनानी और बाबू बजरंगी समेत 82 लोग आरोपी थे।

27 फरवरी 2002 को अयोध्या से गुजरात पहुंची साबरमती एक्सप्रेस में आग लगा दी गई थी, जिसमें 58 लोगों की मौत हुई थी। गोधरा कांड के विरोध में अगले दिन बंद बुलाया गया। इस दौरान अहमदाबाद के नरोदा गाम में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई, जिसमें 11 लोगों जान गई थी। इसी मामले में अदालत आज फैसला सुना सकती है। आईए जानते हैं इस हादसे की पूरी कहानी-

गोधरा कांड के बाद गुजरात बंद का ऐलान कर दिया गया था। अगले दिन सुबह-सुबह नरोदा गाम में हलचल शुरू हुई, दुकानें बंद करवाई जा रही थीं और नारों के साथ लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी। तभी देखते ही देखते पत्थरबाजी, आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसा शुरू हो गई। थोड़ी ही देर में नरोदा गाम की शक्ल बदल गई और इस हिंसा में 11 लोगों की जान चली गई। वहीं, नरोदा पाटिया में भी इसी तरह की घटना हुई थी और वहां 97 लोगों की जानें गई थीं।

नरोदा गाम और नरोदा पाटिया में हुई इस हिंसा के बाद गुजरात में दंगे फैल गए। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की गई। राज्य की भाजपा सरकार पर दंगाईयों का सहयोग करने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में भाजपा नेताओं के नाम भी सामने आए। एसआईटी ने माया कोडनानी को घटना का मुख्य आरोपी बनाया था। गुजरात दंगों की शुरुआत नरोदा गाम से ही हुई थी। इस दौरान 27 शहरों और कस्बों में कर्फ्यू लगाया गया था। नरोदा के सभी मुस्लिम घर इस हादसे में नष्ट दिए गए थे।

अब तक मामले में क्या-क्या हुआ

इसके बाद साल 2009 में मामले की अदालती कार्यवाही शुरू हुई। मामले में 327 लोगों के बयान दर्ज किए गए। 2012 में एसआईटी मामलों की विशेष अदालत ने माया कोडमानी और बाबू बजरंगी को हत्या और षडयंत्र रचने का दोषी पाया था। इस मामले में 32 अन्य लोगों को भी दोषी ठहराया गया था। इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी गई, जिस पर 2017 में कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। 13 साल से इस मामले में सुनवाई चल रही है। इस मामले में एक बार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी माया कोडनानी की तरफ से कोर्ट में गवाही दी थी।

माया कोडनानी पर है ये आरोप

माया कोडनानी पर आरोप है कि उन्होंने गोधरा कांड से गुस्साए हजारों लोगों की भीड़ को नरोदा गाम में मुसलमानों की हत्या के लिए भड़काया था। इस हिंसा में 11 लोगों की जानें गई थीं और 82 लोगों को आरोपी बनाया गया था।