धीरूभाई अंबानी के बेटे अनिल अंबानी एक जमाने में देश के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हुआ करते थे। साल 2007 में फोर्ब्स इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार अनिल का नेटवर्थ तीन गुना बढ़कर 45 बिलियन डॉलर का हो गया था। जिससे वो देश के तीसरे सबसे अमीर नागरिक बन गए थे। लेकिन बाद के समय में वो पिछड़ते चले गए और अभी अपने भाई मुकेश से काफी पीछे हैं। अभी उनका नेटवर्थ जीरो है।

इसी महीने 62 साल के हुए अनिल 2008 में 42 अरब डॉलर के साथ विश्व के बिलिनेयर कल्ब का हिस्सा बने थे। लेकिन सितंबर 2019 आते-आते उनके ऊपर 12.40 अरब डॉलर का कर्ज हो गया। इसी दौरान यूके की एक अदालत में उनकी तरफ से कहा गया कि उनकी नेटवर्थ जीरो है। वहीं उनके भाई लगातार सफल होते रहे हैं। 2018 में मुकेश अंबानी का नेटवर्थ 43 अरब डॉलर था जो इस समय 82 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।

गौरतलब है कि अनिल अंबानी लंबे समय से कर्ज में डूबे हैं लेकिन बीते कुछ महीनों में उन्होंने इसे कम करने के लिए कई अहम कदम भी उठाए हैं। रिलायंस इंफ्रा की कई संपत्तियों की बिक्री की गई है। इस दौरान ​कई लोन को चुकाने में डिफॉल्ट भी हुआ है। हालांकि, बीते दिनों ही एसबीआई (SBI) ने ऐसे ही एक मामले में अनिल अंबानी को राहत दी है। इस वजह से ​शेयर बाजार में लिस्टेड अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयर में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है।

वर्तमान में अनिल अंबानी समूह की कुल 6 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं। इन सभी कंपनियों के शेयर में पांच फीसदी की तेजी रही और अपर सर्किट भी लग गया। हालांकि, बाद में कुछ कंपनियों के शेयर कमजोर भी हो गए।

रिलायंस नेवल का शेयर 2.80 से बढ़ कर 4.81 रुपये पर आ गया है। मार्केट कैप 354 करोड़ रुपये रहा है। इसके अलावा रिलायंस पावर का शेयर भाव 12.74 रुपये पर है। वहीं, मार्केट कैप 3,573 करोड़ रुपये के करीब है।