मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि उन्‍होंने संसद में रोहित वेमुला मामले पर बहस के दौरान राहुल गांधी को हंसते हुए देखा था। हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित की खुदकुशी ने बड़ा राजनैतिक विवाद खड़ा कर दिया था।

टीवी चैनल NDTV से बातचीत में स्मृति ने कहा, “मैंने रोहित वेमुला पर बहस के दौरान राहुल गांधी को हंसते देख दंग रह गई। हम एक ऐसे व्‍यक्ति के बारे में बात कर रहे हैं जिसकी मौत हो चुकी है और वो वहां बैठे हंस रहे थे। कोई तो सीमा होनी चाहिए जिसे हम इंसान ना पार करें। भले ही इससे आपको कितना भी राजनैतिक फायदा क्‍यों ना मिले, मगर आप वहां बैठकर सिर्फ स्मृति ईरानी को नीचा दिखाने के लिए हंस नहीं सकते।”

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स्मृति के मुताबिक राहुल की हंसी ने बता दिया था कि कांग्रेस उपाध्‍यक्ष के लिए रोहित महज एक राजनीतिक प्‍यादा है। उन्‍होंने कहा, “राहुल कैसे एक बच्‍चे की मौत पर राजनीति कर सकते हैं, हां मैं रोहित को बच्‍चा ही कहूंगी।”

26 साल के रोहित की लाश हैदराबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्‍टल के कमरे में 17 जनवरी को लटकती मिली थी। खुदकुशी से कुछ दिन पहले ही रोहित को भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी के एक कार्यकर्ता पर हमला करने के आरोप में कैंपस के कुछ हिस्‍सों में जाने से रोक दिया गया था। कांग्रेस और वामदलों का आरोप था कि इस पूरे मामले में यूनिवर्सिटी ने स्मृति समेत दो केन्‍द्रीय मंत्रियों के दबाव में फैसले लिए।

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स्मृति ने कहा कि संसद में दिया गया उनका भाषण सबूतों और तथ्‍यों पर आधारित था। उन्‍होंने कहा, “विपक्ष ने कहा कि मैंने जो कहा, क्‍या मैं उसका सबूत लोकसभा और राज्‍यसभा में दे सकती हूं? मैंने सदन में सबूत रखे। अगर किसी चीज की कमी थी तो वह है मेरे खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्‍ताव लाया जाता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”