फेफड़ों का स्वस्थ होना आवश्य होता है क्योंकि इसपर आपका पूरा स्वास्थ्य निर्भर करता है। लेकिन आजकल लोगों की दैनिक दिनचर्या खराब होने के कारण इसका प्रभाव उनके फेफड़ों पर भी पड़ता है। इसके अलावा कई लोग अधिक धूम्रपान भी करते हैं जिसके कारण उनका फेफड़ा अस्वस्थ हो जाता है। इसलिए स्वस्थ फेफड़ों के लिए आप योग का अभ्यास कर सकते हैं। योग का नियमित अभ्यास आपके फेफड़ों को स्वस्थ करने के साथ-साथ और भी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यदि आप योगा का नियमित रूप से अभ्यास करते हैं तो इससे आपके फेफड़ों में मौजूद टॉक्सिंस भी फ्लश हो जाते हैं। आइए जानते हैं स्वस्थ फेफड़ों के लिए कौन से आसन का अभ्यास करना चाहिए।
शशकासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए दोनों पैरों को फैल लें। दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं और हाथों में कंधे की चौड़ाई जितनी दूरी बनाएं रखें। अब सांस छोड़ते हुएं और हाथों को सीधा रखते हुए कम से आगे की तरफ झुक जाएं। सांस लेते हुए शुरूआती में अवस्था में आ जाएं।
हस्त उत्तानासन
इस आसन को करने के लिए दोनों पैरों को मिलाकर खड़े हो जाएं और अपने दोनों हाथों को आगे की तरफ लाकर क्रॉस कर के खड़े हो जाएं। अब सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं और गर्दन को पीछे करते हुए अपने हाथों को देखें। सांस छोड़ते हुए अपनी शुरूआती अवस्था में आ जाएं।
आकर्ण धनुरासन
इस आसन का अभ्यास करने के लिए पैरों को फैलाकर बैठ जाएं और फिर बाए हाथ से दाएं पैर का अंगूठा और दाएं हाथ से बाएं पैर का अंगूठा पकड़ लें। अब दाएं हाथ की कुहनी को धीरे-धीरे पीछे की ओर ले जाते हुए बाएं पैर को मोड़कर अंगूठे को दाएं कान तक ले आएं। ध्यान रहे कि दाया पैर सीधा होना चाहिए। इसी प्रकार दूसरे पैर से भी इस अभ्यास को करें।
त्रिकोणासन
इस आसन को करने के लिए पैर एक-साथ जोड़कर खड़ें हो जाएं और हाथों को जांघों के बगल में रखें। अब हाथों को कंधे तक फैलाएं। धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपनी शरीर को बाईं तरफ झुकाएं। इस प्रक्रिया को करते वक्त घुटनों को ना मोड़ें। अब धीरे-धीरे सांस लें और सांस छोड़ें। इसी प्रक्रिया को दूसरी तरफ भी करें।