योगा का अभ्यास कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए लाभकारी होता है। यदि आप नियमित रूप से योगा का अभ्यास करते हैं और अपनी दिनचर्या में इसे शामिल करते हैं तो इससे आपको कई लाभ मिलेंगे। योगा का अभ्यास ना सिर्फ आपके वजन को कम करता है बल्कि आपके आंतों की समस्या को भी कम करने में मदद करता है। आंतों की समस्या पाचन शक्ति को कमजोर करता है साथ ही पाचन की समस्या को भी बढ़ाता है। आंत और दिमाग एक दूसरे से जुड़ा हुआ होता है और योगा दोनों के लिए लाभकारी होता है। कई ऐसे योगासन होते हैं जिनका अभ्यास आपके आंतों की समस्या को बेहतर करने में मदद करता है।

परिघासन


इस योगासन का अभ्यास करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं और घुटनों के बीच थोड़ी दूरी बनाएं रखें। अब दाएं पैर को ऐसे फैलाएं के की पैरों की अंगुलियां जमीन पर रखें। गहरी सांस लेते हुए बाएं हाथ को ऊपर उठाएं और दाएं हाथ को दाएं पैर पर रखें। इसके बाद सिर को बाईं ओर झुकाएं। इस अवस्था में 5-10 मिनट तक रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। इसी प्रक्रिया को दूसरी तरफ से दोहराएं।

अर्धमत्स्येन्द्रासन

इस आसन को करने के लिए दंडासन में बैठ जाएं। अब बाएं पैर को मोड़ें और दाएं घुटने को ऊपर करते हुए बाएं पैर को जमीन पर रखें और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। बाएं पैर के ऊपर से दाहिने हाथ का लाएं और बाएं पैर के अंगूठे को पकड़ लें। सांस छोड़ते हुए शरीर के जितना हो सके उतना मोड़ने की कोशिश करें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। इसी प्रक्रिया को दूसरी तरफ दोहराएं।

सेतुबंधासन

इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले जमीन पर सीधे लेट जाएं। अब दोनों हाथों से टखनों को पकड़ें और हल्का-हल्का कमर उठाएं। ध्यान रहे कि आपका सिर जमीन पर ही हो और ठुड्डी को गर्दन की ओर लाएं। इस अवस्था में लगभग 30 सेकेंड से लेकर 1 मिनट तक रहें और इसी अवस्था में रहते हुए धीरे-धीरे श्वास छोड़ें और कई बार इस मुद्रा का अभ्यास करें।

आनंद बालासन

इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर दोनों पैरो को पीछे कर के बैठ जाएं। अब शरीर को आगे की तरफ झुकाते हुए दोनों हाथों को जमीन पर रखें और माथे को भी जमीन से सटाएं। इस अवस्था में 30 सेकंड से 5 मिनट तक रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं।