योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए संजीवनी है। इसमें असाध्य से असाध्य रोगों का ईलाज छिपा हुआ है। नियमित रूप से योग और प्राणायाम करने वाले लोग अक्सर दवाओं और अस्पतालों के चक्कर से दूर रहते हैं। योग जीवन को स्वस्थ और निरोग बनाने का अद्भुत साधन है, लेकिन क्या आपको पता है कि योग कभी-कभी आपके लिए नुकसानदेह भी हो सकता है। योग और प्राणायाम के अपने कुछ कायदे हैं। उनके कुछ निश्चित तरीके और अनुशासन हैं। ऐसे में अगर आपने योग करते हुए उसके अनुशासन का पालन नहीं किया तो यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए योग से होने वाले नुकसान से बचने के लिए आपको कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए।

प्राणायाम करते हुए हमेशा इस बात का ख्याल रहे कि जिस जगह आप प्राणायाम कर रहे हैं वो जगह खुली होनी चाहिए। यह खुली हवा में किया जाने वाला योग है। सांस खींचने और छोड़ने कि प्रक्रिया वाला यह योग खुली और स्वच्छ हवा की मांग करता है। शरीर की अंदरूनी स्वच्छता के लिए भी स्वच्छ और ताजी हवा की जरूरत होती है। इसलिए कभी भी बंद कमरे में या फिर प्रदूषित जगहों पर प्राणायाम करने से बचना चाहिए। प्राणायाम करते हुए कुछ और बातें ध्यान में रखनी आवश्यक हैं। जैसे, ठीक ढंग से सिद्धासन या फिर पद्मासन में बैठकर ही प्राणायाम करना चाहिए, नहीं तो शरीर में हवा का प्रवेश ठीक तरह से नहीं होता।

इसके अलावा अपनी क्षमता के अनुसार ही योग करें, उत्साह में ज्यादा योग करना भी स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। टीवी देखकर योग करते हुए आप सही तरीके से आसन नहीं कर पाते, जिससे आपकी किडनी और बाकी ऑर्गन्स पर बुरा असर पड़ने की संभावना रहती है। जिन लोगों की सर्जरी हुई होती है उन्हें कम से कम तीन महीने योगासन से परहेज करना चाहिए। किसी प्रेग्नेंट महिला को भी प्राणायाम से दूरी बनाए रखनी चाहिए। योग शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं। ऐसे में गलत तरीके से योग करना ब्लड प्रेशर भी बढ़ा सकता है।