International Yoga Day: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने से पहले, आयुष मंत्रालय ने लोगों को योग से जुड़े कार्यक्रमों और प्रशिक्षण प्रदान करने वाले केंद्रों का पता लगाने में मदद के लिए एक मोबाइल ऐप्लिकेशन लॉन्च किया है।  अंतरराष्ट्रीय योग दिवस प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाया जाता है।

आयुष मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपयोगकर्ता इस एप से प्रमाणित योग प्रशिक्षकों का पता लगाने में सक्षम हो पाएंगे। उनके अनुसार, एक मानचित्र-आधारित लोकेशन एप ‘योग लोकेटर’ योग प्रशिक्षकों को स्वयं को पंजीकृत करने और अधिकतम लोगों तक पहुंच कायम करने सक्षम बनाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘लोग जानना चाहते हैं कि वे योग प्रशिक्षण के लिए कहां जाएं या योग पाठ्यक्रम को कहां से करें। यह एप ‘योग लोकेटर’ उन्हें उनके आसपास के क्षेत्र में योग केंद्रों के साथ-साथ योग प्रशिक्षकों को खोजने में मदद करेगा। उनका उद्देश्य योग को अपनाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रोत्साहित करना और उनकी मदद करना है।’’ उन्होंने कहा कि यह एक स्थायी एप होगा, जो वर्ष भर अपने आसपास के क्षेत्र में हो रही योग गतिविधियों के बारे में जानकारी देगा।

नए सुधारवादी कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध सरकार: नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि सरकार आर्थिक वृद्धि को गति देने , निजी निवेश बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने के लिए नए सुधारवादी कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। कुमार ने आयुष मंत्रालय की ओर से शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम से इतर कहा कि सरकार अगले 100 दिनों में नए सुधारवादी कदम उठाना शुरू करेगी।

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़े आने के बाद कुमार का यह बयान अहम माना जा रहा है। सीएसओ के आंकड़ों के मुताबिक, आर्थिक वृद्धि चौथी तिमाही में सुस्त होकर 5.8 प्रतिशत पर आ गई। यह पांच साल का निम्नतम स्तर है। उन्होंने कहा , ” सरकार आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सुधार की नई पहल शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम वृद्धि में तेजी , निजी निवेश बढ़ाने और कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण के लिए अगले 100 दिनों में कदम उठाएंगे। ”

कुमार ने नई सरकार के प्रधानमंत्री किसान योजना में दो हेक्टेयर जोत की सीमा को हटाकर इसका लाभ सभी किसानों को देने के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा। नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने आयुर्वेद औषधि में शोध के लिए ज्यादा संसाधन देने की जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, “हम राष्ट्रीय एकीकृत चिकित्सा परिषद की स्थापना करना चाहते हैं, जो कि पारंपरिक औषधि प्रणाली के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार करेगा।”