शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से संतुलित आहार लेना अति आवश्यक है। लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, ठीक वैसे ही हमारे शरीर की आवश्यकताएं भी बदलती हैं, इसलिए हमें इन पूरक आहार (सप्लीमेंट) की आवश्यकता होती है। न्यूट्रीशन एक्सपर्ट लवनीत बत्रा बताती हैं- जिन महिलाओं की उम्र 30 की करीब हो गई है, या पार कर रही है और उस दौरान यदि वे प्रेगनेंसी से गुजरना चाह रही है, तो उनके शरीर के लिए फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। यह प्रजनन और कोशिका वृद्धि के लिए अति महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए उन्हें विटामिन बी फोलेट का सेवन करना चाहिए।

30 के बाद इन विटामिन सप्लीमेंट का सेवन है फायदेमंद-

आयरन- महिलाओं में अक्सर 30 की उम्र आते ही आयरन की कमी का खतरा बहुत ज्यादा हो जाता है जो कि एक महत्वपूर्ण खनिज है। इस वजह से उन्हें थकान महसूस होती है, साथ ही संक्रमण आदि की भी संभावना बढ़ने का खतरा बना रहता है। ऐसी स्थिति में आयरन की कमी ना होने पाए, इसका ध्यान रखें।

विटामिन डी- विटामिन डी हमारे शारीर के अतिरिक्त कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। यह हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उत्तम होता है। यदि आप वजन घटाने के बारे में सोच रहे हैं, तो निश्चय ही इससे आपको बेहतरीन परिणाम मिल सकता है।

मैगनीशियम- यह एक महत्वपूर्ण खनिज है जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक प्रोटीन और हड्डी के विकास में मदद करता है। इसकी एक और खूबी है कि ये हमारे ब्लड शुगर को स्थिर रखता है। मैग्नीशियम की कमी वाली महिलाओं को मांसपेशियों में ऐंठन, थकान, मनोदशा संबंधी विकार, उच्च रक्तचाप, अनियमित दिल की धड़कन, मतली और मांसपेशियों में कमजोरी का अनुभव हो सकता है।

प्रोबायोटिक्स- ये एक बैक्टीरिया है जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होता है। यह हमारी आंत के लिए अच्छा होता है। इसका सप्लीमेंट डायरिया या आईबीएस जैसे पाचन संबंधी दिक्कतों में भी मदद कर सकता है और एलर्जी से भी बचाता है।

इसी के साथ न्यूट्रिशन एक्सपर्ट बत्रा कहती हैं- ‘हर किसी को सही खानपान और स्वस्थ जीवन शैली पर ध्यान देना चाहिए जो आप के समग्र विकास में मदद करते हैं। साथ ही सप्लीमेंट लेने से पहले हमेशा डॉक्टर और डाइटिशियन से जरूर मिले और उनकी सलाह पर ही उनका सेवन करें।’

NOTE: उपरोक्त लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है। ये पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य या किसी चिकित्सीय स्थिति के संबंध में चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य पेशेवर का मार्गदर्शन लें।