भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (Dr Manmohan Singh) ने गुरुवार, 26 दिसंबर की रात 92 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह दिया। इस खबर के सामने आते ही देशभर में शौक की लहर दौड़ गई। बीती रात तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के AIIMS अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया था, जहां कुछ देर बाद उनके निधन की दुखद खबर सामने आई।

बता दें कि मनमोहन सिंह भारत के 14वें प्रधानमंत्री थे। उन्होंने साल 2004 से 2014 तक लगातार दो बार भारत के प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला। वहीं, वैसे तो डॉ. मनमोहन सिंह को कई कारणों से याद किया जाएगा। हालांकि, अगर आंख बंद कर उनके चित्र बारे में सोचा जाए, तो सबसे पहले उनकी नीली पगड़ी ही नजर आती है।

आपने भी गौर किया होगा कि मनमोहन सिंह ज्यादातर समय केवल नीले रंग की ही पगड़ी पहना करते थे। क्या आप इसके पीछे के कारण को जानते हैं? अगर नहीं, तो यहां हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं कि Dr Manmohan Singh हमेशा नीली पगड़ी ही क्यों पहनते थे-

क्या था कारण?

डॉ. मनमोहन सिंह ने खुद इसके पीछे का कारण बताया था और कहा था कि ये पगड़ी उनके लिए बेहद स्पेशल है। साल 2006 में मनमोहन सिंह को कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट ऑफ लॉ से सम्मानित किया गया था। इस दौरान जब वे स्टेज पर जा रहे थे, तब ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप ने उनकी पगड़ी की ओर इशारा करते हुए कहा था, ‘देखो उनकी पगड़ी का रंग।’ इस टिप्पणी पर डॉ. सिंह ने बताया कि हल्का नीला रंग उनका पसंदीदा रंग है। इससे अलग नीली रंग की पगड़ी उन्हें कैम्ब्रिज के दिनों की याद दिलाती है।

उस समय डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था, ‘जब मैं कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था, तो मैं उस वक्त केवल नीले रंग की पगड़ी ही पहना करता था। इसके बाद मेरे सारे दोस्त मुझे ‘ब्लू टर्बन’ (नीली पगड़ी) के नाम से बुलाने लगे थे और फिर ये मेरा निकनेम बन गया।’ यही कारण था कि डॉ. मनमोहन सिंह नीली पगड़ी को अपनी पहचान का एक अहम हिस्सा मानते थे।

बता दें कि मनमोहन सिंह के निधन के चलते केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। साथ ही शुक्रवार को होने वाले सभी कार्यक्रम कैंसिल कर दिए गए हैं। इससे अलग यहां पढ़िए देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से जुड़ी खबरें