बालों का काला रंग उनमें मौजूद मेलानिन नामक खास तत्व के कारण होता है। जब यह मेलानिन उम्र के साथ कम होने लगता है, तो बाल सफेद होने लगते हैं। सामान्य तौर पर 30 साल की उम्र के बाद बालों के रंग में परिवर्तन की स्थिति देखी जाती है। लेकिन बदलते लाइफस्टाइल के साथ आज यह समस्या छोटे-छोटे बच्चों में भी दिखने लगी है। इसकी कई वजह हो सकती हैं। ऐसे में अगर आपके बच्चों के बाल भी तेजी से सफेद हो रहे हैं तो आपको उसके पीछे के सही कारण के बारे में जानकारी होनी चाहिए। वरना कई बार सफेद बालों के कारण अधिक तनाव का सामना भी करना पड़ जाता है जो सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। आइए जानते हैं बच्चों में सफेद बालों के कारण और कैसे करें उससे बचाव-

बच्चों में सफेद बालों के कारण:
– कई बार बच्चों में सफेद बालों की समस्या डैंड्रफ के कारण होता है। ऐसे में आपको समय रहते इसके इलाज की जरूरत है।
– थायरॉयड की समस्या हार्मोन्स की वजह से पैदा होते हैं। अगर बच्चों के ब्लड में जरूरत से ज्यादा थायरॉयड की समस्या है तो ये बालों के सफेद होने के खतरे को बढ़ाता है।- माता-पिता या परिवार के किसी पीढ़ी में इस तरह की समस्या रही है तो यह आगे भी बनी रह सकती है।
– शरीर में विटामिन बी 12 की कमी के कारण भी लोगों में कम उम्र में ही बाल सफेद होने की समस्या देखी गई है।
– बच्चों के बाल सफेद होने के पीछे कुछ विशेष बीमारियां भी जिम्मेदार हो सकते हैं।

बच्चों में सफेद बालों की समस्या से कैसे करें बचाव:
– आयरन, विटामिन बी, सोडियम और कॉपर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए।
– शोध के मुताबिक नारियल के तेल से की जाने वाली मसाज स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करती है जिससे सफेद बालों की समस्या दूर होती है।
– करी पत्ता के पेस्ट को बालों और स्कैल्प पर लगाने से भी सफेद बालों की समस्या दूर होती है।
– फेद बालों की समस्या से राहत पाने में आंवला का सेवन भी काफी सहायक साबित हो सकता है।
– गाय के दूध से निकला हुआ मक्‍खन भी बालों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। मक्‍खन को आप अपने बच्‍चे के स्‍कैल्‍प पर लगा सकती हैं, यह उम्र से पहले बाल सफेद होने को रोकता है।