भारतीय राजनीति के मुख्य हस्ताक्षर मुलायम सिंह यादव आज भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रखते हैं। उन्हीं की तरह उनके बेटे अखिलेश यादव भी राजनीति में पारंगत हैं। उन्हें राजनीति की सीख अपने पिता से ही मिली है। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को राजनीतिक सीख देते हुए एक बार कहा था कि उन्हें पीएम मोदी से सीख लेनी चाहिए।

दरअसल हुआ ये था कि मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी की बैठक में थे। वहां उन्होंने नरेंद्र मोदी के कर्मठता की जमकर तारीफ की थी और अपने बेटे अखिलेश यादव से कहा था उन्हें पीएम मोदी से सीख लेनी चाहिए। मुलायम सिंह कई और मौकों पर भी नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं और अखिलेश को उनसे सीख लेने की सलाह दी है।

इन्हीं बातों के संदर्भ में लल्लन टॉप पर उनसे पूछा गया था, ‘खुद मुलायम सिंह जी बार- बार कहते हैं देखिए उनको, कुछ सीखिए नरेंद्र मोदीजी से।’ इस बात पर अखिलेश यादव ने कहा था, ‘नेताजी की उम्र हो चली है, उनके उम्रदार प्रधानमंत्री भी हैं तो वो तो कह सकते हैं कि सीखिए एक दूसरे से, हम सीखें न सीखें।’

साल 2016 में भी इसी तरह का एक मामला हुआ था जब मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि नरेंद्र मोदी से सबको सीख लेनी चाहिए। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी बहुत कष्ट झेलकर यहां तक आएं हैं। साधारण परिवार से हैं फिर भी। उनसे सबको सीखना चाहिए।

 

लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान भी मुलायम सिंह यादव में संसद में कहा था कि वो चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बने। लोकसभा में भाषण देते हुए मुलायम सिंह यादव ने नरेंद्र मोदी की खूब तारीफ की थी और कहा था कि उन्होंने हमेशा जायज काम ही किए हैं और जरूरत के समय हमेशा सबकी मदद की है।

 

इसी दौरान उन्होंने कहा था कि हम सभी चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनें। उनके इस बयान के बाद काफी विवाद भी हुआ था। समाजवादी पार्टी के कुछ लोगों ने कहा था कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उनकी याददाश्त कम हो गई है जिस कारण वो इस तरह के बयान देते हैं।