सुबह जल्दी सोकर उठना बेहद फायदेमंद माना जाता है। इससे आपकी सेहत को तो कई फायदे मिलते ही हैं, साथ ही आपकी सक्रियता और सतर्कता भी बढ़ती है, जिससे फिर आपका पूरा दिन बेहतर गुजरता है। अब, इसके लिए जहां कुछ लोग सुबह 5-6 बजे से अपने दिन की शुरुआत करते हैं तो कुछ इससे भी पहले अपना बिस्तर छोड़ देते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर सुबह जागने का ‘सर्वोत्तम समय’ क्या है? आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-

सुबह सोकर उठने का सबसे अच्छा समय क्या है?

इसके लिए कई हेल्थ एक्सपर्ट्स ब्रह्ममुहूर्त में उठने की सलाह देते हैं। ब्रह्ममुहूर्त सूर्योदय से एक घंटा और 36 मिनट पहले शुरू होता है। वहीं, समय के मुताबिक बात करें तो ब्रह्ममुहूर्त सुबह 3:30 से 5:30 या 6:00 बजे के बीच में कभी भी हो सकता है।

ब्रह्ममुहूर्त में उठने से क्या होता है?

मामले को लेकर एलवाईईएफ वेलनेस के एडवाइजर और कंसल्टेंट बीएएमएस, एमडी (आयु) डॉ. लक्ष्मी वर्मा के बताती हैं, आयुर्वेद के मुताबिक हमारे शरीर में वात, पित्त और कफ तीन दोष मौजूद होते हैं। ये दोष दिन के अलग-अलग समय में सक्रिय रहते हैं। दिन की शुरुआत में कफ दोष, दिन के मध्य में पित्त दोष और रात में वात दोष सक्रिय रहता है।

अब, रात के समय भी यही पैटर्न देखने को मिलता है। वात दोष को गति से जुड़ा हुआ माना जाता है। ये सांस लेने, ब्लड फ्लो और उत्सर्जन (elimination) जैसे शारीरिक कार्यों के साथ-साथ मानसिक कार्यों को नियंत्रित करता है। जब वात संतुलित होता है तो व्यक्ति खुद को एनर्जेटिक और क्रिएटिव महसूस करता है। ऐसे में दिन की शुरुआत ऐसे समय पर करने की सलाह दी जाती है, जब वात प्रबल हो।

  1. डॉ. के मुताबिक, ब्रह्ममुहूर्त के समय आपकी दोनों नासिकाएं (nostrils) सक्रिय होती हैं। ऐसे में इस समय आप बेहतर सांस ले पाते हैं, जिससे आपकी सेहत बेहतर रहती है।
  2. ब्रह्ममुहूर्त में आपका दिमाग सक्रिय होता है और आपकी इंद्रियां (senses) सतर्क होती हैं। ऐसे में ये अपने दिन को प्लान करने और रचनात्मक पहलुओं पर विचार करने का सबसे अच्छा समय होता है।
  3. इन सब से अलग डॉ. वर्मा के मुताबिक, ब्रह्ममुहूर्त में उठने से पाचन और मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, साथ ही तनाव और चिंता का स्तर कम होता है।

ब्रह्ममुहूर्त में कैसे उठें?

  • इसके लिए एक्सपर्ट्स रात को 10 बजे तक सो जाने की सलाह देते हैं। डॉ. के मुताबिक, सुबह जल्दी उठने के लिए आपके बॉडी क्लॉक को सेट करना होगा जो तभी होगा जब आप समय पर सोएंगे।
  • आपको कमरे में पूरा अंधेरा रखना होगा। इससे आपको गहरी नींद आने में मदद मिलेगी और आप तरोताजा होकर जाग सकेंगे।
  • रात 9 बजे तक अपना मोबाइल फोन/टीवी/टैबलेट बंद कर दें।
  • अच्छी नींद पाने के लिए रात में गहरी सांस लेने का अभ्यास करें।

ये कुछ आसान तरीके आपको ब्रह्ममुहूर्त में उठने में मदद कर सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।