नहाना न केवल बॉडी की बाहरी साफ-सफाई के लिए जरूरी है, बल्कि इसे सेहत से जोड़कर भी देखा जाता है। खासकर नहाने से बॉडी में ब्लड फ्लो बेहतर होता है और मानसिक तनाव को भी कुछ हद तक कम करने में मदद मिलती है। हालांकि, किसी भी अन्य चीज की तरह ही नहाने का भी एक सही तरीका होता है।
कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि नहाते समय की गई कुछ गलतियां बॉडी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। ऐसे में आइए ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और प्रमुख सद्गुरु जग्गी वासुदेव से जानते हैं कि नहाने का सही तरीका क्या है।
नहाते समय इन बातों का रखें ध्यान
दरअसल, अपने यूट्यूब चैनल पर मौजूद एक वीडियो में सद्गुरु बताते हैं कि ज्यादातर लोग नहाते समय कुछ ऐसी गलतियां करते हैं, जिससे उन्हें इसके फायदे नहीं मिल पाते हैं, उल्टा सही तरीके से न नहाने पर उन्हें कई नुकसान भी झेलने पड़ते हैं। ऐसे में जब भी आप नहाने जाएं तो कुछ खास बातों का ख्याल जरूर रखें। जैसे-
सबसे पहले सिर पर डालें पानी
वीडियो में सद्गुरु बताते हैं, लोग नहाते समय सबसे पहले अपने शरीर पर पानी डालते हैं, जबकि ऐसा करने से बॉडी की हीट दिमाग में तेजी से बढ़ सकती है या आपके शरीर की गर्मी दिमाग को प्रभावित करती है। ऐसे में नहाते समय सबसे पहले अपने सिर पर पानी डालें।
वहीं, जब आप सिर न धो रहे हों, तो आप शरीर पर पानी डालने से पहले दूसरा तरीका आजमा सकते हैं। इस स्थिति में केवल हाथ में थोड़ा पानी लें और अपने सिर के बीच के हिस्से को गीला कर लें। आपको अपने कानों की सीधाई में सिर के एकदम बीच में इस पानी को डालना है। इससे आपका दिमाग ठंडा हो जाएगा। इसके बाद आप बॉडी पर पानी डालकर नहा सकते हैं। हालांकि, शुरुआत सिर से पहले शरीर पर पानी डालना सही तरीका नहीं है।
नहाने के लिए कितना होना चाहिए पानी का टैंपरेचर?
सद्गुरु के मुताबिक, नहाने के लिए पानी का तापमान कमरे के तापमान से 5 से 8 डिग्री सेंटीग्रेड कम होना चाहिए। ऐसा पानी बॉडी के लिए उचित होता है, जबकि गर्म पानी से नहाने से बॉडी के पोर्स खुल सकते हैं। ऐसे में कोशिश करें कि नहाने के लिए आप केवल ठंडे पानी की ही इस्तेमाल करें। हालांकि, अगर आप किसी अधिक ठंडी जगह पर रहते हैं, तो इस स्थिति में आप पानी को हल्का गुनगुना कर सकते हैं।
नहाते समय ठंड से बचने के लिए क्या करें?
सद्गुरु बताते हैं कि अगर आपको नहाते समय ठंड अधिक लगती है, तो इस स्थिति में आप नहाने के पानी में 2-3 बूंदें नीलगीरी के तेल की मिला सकते हैं। इससे आपको फायदा मिलेगा।
दिन में कितनी बार नहाएं?
इन सब से अलग सद्गुरु एक दिन में कम से कम दो बार नहाने की सलाह देते हैं। इससे न केवल त्वचा की गंदगी, पसीना और मृत कोशिकाओं को साफ करने में मदद मिलती है, जिससे त्वचा सांस ले पाती है और स्वस्थ रहती है। बल्कि नहाने से शरीर को आराम मिलता है और तनाव कम होता है। शरीर पर मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं, जिससे बीमारियों से बचाव होता है, साथ ही नहाने से रक्त संचार भी बेहतर होता है। ऐसे में दिन में कम से कम दो बार जरूर नहाएं।
उम्मीद है ये जानकारी आपको पसंद आई होगी। इससे अलग यहां क्लिक कर पढ़ें- इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? Mahakumbh 2025 के लिए जा रहे हैं तो बिना खाए न लौटें