मानसून के मौसम में वातावरण में नमी बढ़ जाती है। वहीं, ये नमी कई तरह से परेशानी का कारण बनने लगती है। इन्हीं परेशानियों में से एक है दीमक का पनपना। दरअसल, बारिश और नमी के मौसम में दीवारों और फर्नीचर पर दीमक लगने लगती है। वहीं, आकार में बेहद छोटी ये दीमक बड़े-बड़े नुकसान कर जाती है। ये महंगे से महंगे पलंग, अलमारी, सोफा आदि को खोखला कर देती है। ऐसे में अगर आप भी दीमक से परेशान हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। यहां हम आपको इससे छुटकारा पाने के कुछ आसान घरेलू नुस्खे बता रहे हैं। आइए एक नजर डालते हैं इनपर-

नमी से बचाएं

जैसा कि ऊपर जिक्र किया गया है, नमी में दीमक अधिक तेजी से पनपती है। ऐसे में नुकसान से बचने के लिए अपने फर्नीचर को ऐसी जगह रखें जहां नमी कम हो। या नमी को दूर करने के लिए आप डिह्यूमिडिफायर खरीद सकते हैं। ये आपके कमरे की नमी को सोख लेते हैं। वहीं, अगर आप डिह्यूमिडिफायर नहीं खरीद पा रहे हैं, तो एक बड़े बर्तन में सेंधा नमक भरकर कमरे के हर कोने में रख दें। ये एक नेचुरल डिह्यूमिडिफायर की तरह काम करता है। सेंधा नमक वातावरण से नमी को सोख लेता है।

नीम का स्प्रे

नीम में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो दीमक का सफाया करने में असरदार हो सकते हैं। ऐसे में आप नीम की पत्तियों को पीसकर इसे पानी के साथ डायल्यूट कर इसे दीमक वाली जगह पर स्प्रे करें। इससे अलग आप नीम के तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

नारंगी तेल

नारंगी तेल में मौजूद डी-लिमोनेने दीमक का सफाया करने में असरदार माना जाता है। ऐसे में आप इस तेल को फर्नीचर और दीवारों पर स्प्रे कर सकते हैं। अगर दीमक ज्यादा है तो आप दिन में दो बार इस नुस्खे को आजमा सकते हैं।

गीला कार्डबोर्ड

एक गत्ते को गीला कर दीमक वाली जगह पर दें। ये आसान नुस्खा भी बेहद असरदार हो सकता है। दरअसल, गीले गत्ते में सेल्यूलोस होता है जिसकी स्मेल दीमक बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। ये दीमक को बाहर निकालने में मदद कर सकता है।

धूप है जरूरी

इन सब से अलग समय-समय पर फर्नीचर को धूप जरूर दिखाएं। दीमक धूप बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं, साथ ही धूप के चलते फर्नीचर की नमी भी खत्म हो जाती है जिससे भी फिर उसपर दोबारा दीमक नहीं लगती है।

इस तरह कुछ आसान लेकिन असरदार नुस्खों को अपनाकर आप दीमक का सफाया कर सकते हैं और अपने महंगे-महंगे फर्नीचर को खराब होने से बचा सकते हैं।