Sankashti Chaturthi 2025 Bhog: विकट संकष्टी चतुर्थी 16 अप्रैल को है। इस दिन व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने और भोग लगाने से जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं। वैशाख संकष्टी चतुर्थी को ही विकट संकष्टी के नाम से जाना जाता है। इस दिन बड़ी संख्या में लोग भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए विधिविधान पूर्वक पूजन करते हैं। हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन 2 शुभ योग भी बन रहे हैं। इसलिए इसका महत्व बढ़ गया है। अगर आप भी इस व्रत को करने जा रहे हैं तो भगवान गणेश को अपनो हाथों से भोग तैयार करके अर्पित करें। ऐसा करने से आपके सभी संकट कट जाएंगे। आइए जानते हैं बप्पा को क्या लगाएं भोग और उसे बनाने की आसान रेसिपी।

संकष्टी चतुर्थी पर लगाएं मोदक का भोग

ऐसी मान्यता है कि मोदक भगवान गणेश का सबसे अधिक प्रिय है। ये भी कहा जाता है कि मोदक खाने से बुद्धि तेज होती है और ज्ञान बढ़ता है। इसलिए इस दिन गणपति जी को मोदक का भोग लगाना चाहिए। आइए जानते हैं इसे बनाने की रेसिपी।

मोदक रेसिपी (modak recipe in hindi)

एक पैन या कड़ाही में घी गर्म करके बेसन को भून लें। इस दौरान गैस का फ्लेम धीमा रखें। करीब 10 मिनत तक इसे लगातार चलाएं। जब भुने हुए बेसन की खुशबू आने लगे और रंग बदल जाए तब इस बाउल में निकाल लें। इसमें इलायची पाउडर डालें। अब इसे ठंडा होने दें। इसके बाद इसमें पिसी हुई चीनी या बूरा मिलाएं। मोदक के सांचे में थोड़ा घी लगाकर इसमें मिश्रण भर लें। अगर आपके पास सांचा नहीं है तो हाथों से ही मोदक का आकार देने की कोशिश करें। ऊपर से केसर के धागे लगाएं। इन मोदक का भोग गणपति को भोग लगाएं।