कहते हैं कि प्रेग्नेंसी के नौ महीने दुनिया के सबसे खूबसूरत लम्हों में से एक होते हैं। हालांकि, महिलाओं को इन नौ महीनों में कई तरह की चुनौती का सामना भी करना पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाएं कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजरती हैं। शुरुआती दिनों में उन्हें जी मिचलाना, थकावट, हार्टबर्न, कब्ज जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं, इन तमाम परेशानियों के बीच प्रेग्नेंसी में एक और समस्या जिसका सामना कई महिलाएं करती हैं, वो है प्राइवेट पार्ट में खुजली होना। ऐसा होने पर समस्या अधिक बढ़ जाती है। इसी कड़ी में इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि प्रेग्नेंसी के दौरान प्राइवेट पार्ट में खुजली क्यों होती है, क्या यह समस्या सभी गर्भवती महिलाओं को होती है? साथ ही जानेंगे इससे राहत पाने के कुछ तरीके।

क्यों होती है प्राइवेट पार्ट में खुजली?

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो गर्भावस्था के दौरान योनि में जलन, खुजली के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं-

वेजाइनल डिस्‍चार्ज का बढ़ जाना:

प्रेग्नेंसी के दौरान कई बार वेजाइनल डिस्‍चार्ज बढ़ जाता है जिससे वल्‍वा की स्किन में जलन हो सकती है। समस्या ज्यादा बढ़ने पर यह इंफेक्‍शन का रूप भी ले सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप समय रहते इसे लेकर डॉक्टर से बात जरूर करें।

यीस्‍ट इंफेक्‍शन:

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्‍नोलोजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार, लगभग हर 4 में से 3 महिलाओं को कभी ना कभी यीस्‍ट इंफेक्‍शन होता ही है। वहीं, प्रेग्नेंसी में यह संक्रमण होना आम बात है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गर्भावस्था के दौरान योनि में एस्‍ट्रोजन और ग्‍लाइकोजन की मात्रा बढ़ जाती है, इसी के चलते यीस्‍ट इंफेक्‍शन का खतरा भी बढ़ जाता है।

वहीं, गर्भावस्था के दौरान यदि महिलाओं को यीस्ट इंफेक्शन हो जाए, तब भी योनि में खुजली और जलन की समस्या बढ़ सकती है। महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने पर ऐसे होने के चांस अधिक रहते हैं।

यूटीआई:

यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन, यह समस्या किसी भी महिला को हो सकती है। यूटीआई के लिए ई कोली बैक्टीरिया जिम्मेदार होते हैं, जिसके चलते महिलाओं को प्राइवेट पार्ट में तेज खुजली और जलन की समस्या से जूझना पड़ता है।

फंगल इंफेक्शन:

प्रेग्नेंसी के दौरान वजाइना में खुजली होने का फंगल इंफेक्शन सबसे कॉमन कारण है। इससे पीड़ित महिला को योनि का ड्राई होना या हद से ज्यादा गीले पदार्थ का निकलना और बदबू आना जैसी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है। अगर किसी महिला को इस तरह की परेशानी होती है तो ऐसे में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।

क्या यह समस्या सभी गर्भवती महिलाओं को होती है?

अधिकतर गर्भवती महिलाओं को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि, कुछ महिलाएं इस परेशानी से दूर भी रहती हैं।

कैसे करें बचाव?

गर्भावस्था के दौरान योनि में जलन और खुजली की समस्या से बचने के लिए आप इसे ड्र्राई और क्लीन रखें।
आर्टिफिशल और हाई पीएच वाले प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करने से बचें।
प्रेग्नेंसी में ढीली सूती कपड़े की अंडरवियर पहनें और टाइट कपड़े पहनने से बचें।
पेशाब या मल त्‍याग करने के बाद एल्‍कोहल फ्री वेट वाइप्‍स से योनि को साफ करें।
पब्लिक टॉयलेट में जाने से बचें, इससे यूटीआई का खतरा बढ़ जाता है।
पसीने और डिस्‍चार्ज से बचने के लिए दिन में दो से तीन बार अं‍डरवियर बदलें।
खुजली को कम करने के लिए आप प्रभावित हिस्‍से की ठंडी सिकाई भी कर सकती हैं।