उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 26 अक्टूबर को होने वाली महापंचायत को संयुक्त किसान मोर्चा ने रद्द करने का फैसला किया है। अब ये महापंचायत 22 नवंबर को होगी। हालांकि तमाम किसान नेता लखीमपुर खीरी की घटना के बहाने यूपी सरकार पर हमलावर हैं। इसी बीच सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक पूरा इंटरव्यू वायरल हो रहा है, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा उनसे किसानों के मुद्दे पर कई सवाल करते दिख रहे हैं।
रजत शर्मा योगी आदित्यनाथ से पूछते हैं, ‘योगी जी, विपक्षी दलों को किसानों से बहुत उम्मीद है। उन्हें लगता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान आपसे बहुत नाराज हैं और योगी जी को हराने के लिए काम करेंगे?।’ इसपर योगी आदित्यनाथ कहते हैं, ‘पंचायत चुनाव ने बता दिया है कि बीजेपी की स्थिति अभी क्या है। 75 में से 67 जिलों में पंचायत अध्यक्ष बीजेपी के बने हैं। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में बीजेपी के कार्यकर्ता 650 से ज्यादा सीटों पर जीते हैं।’
वे आगे कहते हैं, ‘जनता ने तो महागठबंधन को भी खारिज कर दिया था। जनता क्या सोचती है, हर चुनाव में प्रदेश की जनता ने दिखाया है। देखिए प्रदेश में बीजेपी ने ही किसानों के लिए काम किया है, इससे पहले की सरकारों ने कुछ नहीं किया है।’
यूपी सीएम आगे कहते हैं, ‘किसानों की आमदनी दोगुनी हो, ये संकल्प हमने ही दिया है। 70 सालों में देश में किसानों के लिए कुछ नहीं हुआ। MSP की घोषणा कांग्रेस सरकार ने की, लेकिन ईमानदारी के साथ उसका लाभ किसानों को नहीं मिला। 6 हजार रुपए सालाना किसानों को देना मोदी सरकार ने शुरू किया था। कई कार्य तो 40 साल तक पूरे नहीं हो पाए थे। ऐसे सभी कामों को हम लोगों ने सालभर में ही पूरा कर दिया था। 2017 से पहले किसानों की फसल नहीं खरीदी जाती थी। हम लोगों ने इसकी परियोजना की शुरुआत भी की थी।’
किसान बीजेपी के साथ है? योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ‘एक आम किसान बीजेपी के साथ था, है और हमेशा रहेगा। जो लोग राजनीति से प्रेरित हैं, जिनकी जेबें गर्म हो रही होंगी, उन लोगों के बयानों से कुछ नहीं होने वाला है। हमारी सरकार किसानों के हित के लिए कार्य कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी।’ बता दें, किसान मोर्चा की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया कि खराब मौसम और खेती के सीजन को देखते हुए फिलहाल लखनऊ में महापंचायत के निर्णय को टाल दिया गया है।
योगेंद्र यादव सस्पेंड: संयुक्त किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है। लंबे समय से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही थी। लखीमपुर-खीरी से लौटते हुए योगेंद्र यादव ने मृतक बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा से भी मिलने गए थे। इसको लेकर उन्होंने ट्वीट भी किया था और कुछ तस्वीरें भी परिवार के साथ साझा की थी।