शरीर पर अतिरिक्त फैट कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। इससे ना सिर्फ बॉडी की इम्युनिटी कम हो जाती है बल्कि ब्लड प्रेशर, यूरिक एसिड, फैटी लिवर और हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की चपेट में आने का खतरा भी बढ़ जाता है। मोटापा और बेली फैट न सिर्फ आपकी ओवरऑल पर्सनालिटी को प्रभावित करते हैं बल्कि कुछ लोगों के तो कॉन्फिडेंस लेवल भी कमी आ जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक खानपान को कंट्रोल करने और अपने रूटीन में एक्सरसाइज को शामिल करने से वजन को घटाने में मदद मिल सकती है।
इसके साथ ही कुछ चीजें हैं, जो वेट लॉस में फायदेमंद साबित हो सकती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो वजन घटाने में आयुर्वेदिक चाय कारगर साबित हो सकती है। इसके लिए आपको केवल नींबू, अदरक और काला नमक की जरूरत पड़ती है।
इस तरह बनाएं आयुर्वेदिक चाय: इस चाय को बनाने के लिए एक लीटर पाने को उबालें। उबलते हुए पानी में एक चुटकी लाल मिर्च, एक चुटकी काला नमक और थोड़ा-सा शहद डाल दें। फिर इस पानी में एक इंच अदरक कूटकर डालें। अब इस पानी को 20-25 मिनट तक उबलने दें। जब यह आधा हो जाए तो गैस को बंद कर दें। बाद में चाय में नींबू का रस मिलाएं। फिर छानकर गर्मागर्म ही इसका सेवन करें। नियमित तौर पर इस आयुर्वेदिक चाय का सेवन करने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है।
तुलसी की चाय: एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी-डायबिटीक और अडप्टोजेनिक इफेक्ट के गुणों से भरपूर तुलसी की चाय भी मोटापा कम करने में बेहद ही फायदेमंद साबित होती है। तुलसी की चाय शरीर पर अतिरिक्स वसा को कम करने के साथ ही मेटाबॉलिज्म को भी ठीक करती है। ऐसे में मोटापे से ग्रसित लोग अपने रूटीन में तुलसी की चाय को शामिल कर सकते हैं।
त्रिफला जूस: मोटापे से जूझ रहे लोगों के लिए त्रिफला का जूस किसी रामबाण से कम नहीं है। त्रिफला में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाचन तंत्र को दुरुस्त करते हैं, जिससे मोटापे को कम करने में मदद मिलती है। ऐसे में आप चाहें तो त्रिफला जूस को भी अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं।