बेली फैट यानी पेट की चर्बी आज एक आम समस्या बन गया है, जिससे छुटकारा पाने के लिए लोग तरह-तरह के उपायों का सहारा लेते हैं। पेट की चर्बी ना सिर्फ दिखने में खराब लगती है बल्कि इसके कारण कुछ स्वास्थ्य जोखिमों जैसे डायबिटीज, हृदय रोग, खून में लिपिड का विकार, मोटापा और हाई यूरिक एसिड का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में बेली फैट को कंट्रोल में रखना बेहद ही जरूरी होता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक कुछ ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां हैं, जिनके जरिए बेली फैट से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। दरअसल जड़ी-बूटियां जैसे गुग्गुलु, मेथी दाना और त्रिफला आदी शरीर के मेटाबॉलिज्म में सुधार करके पाचन को बढ़ावा देती हैं, जिनके जरिए बेली फैट को कम करने में मदद मिलती है। आप चाहें तो अपनी रूटीन डाइट में इन जड़ी-बूटियों को शामिल कर सकते हैं।
त्रिफला: त्रिफला, हरड़, बेहड़ा और आंवले से मिलकर बनता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को डिटॉक्सिफाई कर सभी विषाक्त पदार्थों को फ्लश आउट कर देता है। यह पाचन को दुरुस्त करने में मदद करता है और शरीर का मेटाबॉलिज्म ठीक कर बेली फैट को घटाने में मदद करता है। ऐसे में आप बेली फैट से छुटारा पाने के लिए नियमित तौर पर त्रिफला पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
दालचीनी: बेली फैट को कम करने के लिए आप सुबह के समय दालचीनी से बनी चाय का सेवन कर सकते हैं। हालांकि आप चाय में चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें। औषधीय गुणों से भरपूर दालचीनी तेजी से फैट को बर्न करने में मदद करती है।
मालाबार इमली: मालाबार इमली में मौजूद गुण बॉडी में वसा बनाने की क्षमता को अवरुद्ध करते देते हैं। मालाबार इमली का सेवन करने से चयापचय मजबूत होता है, जिससे भूख कम लगती है। यह ना सिर्फ बेली फैट को कम करने में मदद करता है बल्कि तनाव, ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करता है। ऐसे में आप इस फल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
मेथी दाना: मेथी में गैलक्टोमेनान तत्व मौजूद होता है, जो घुलनशील घटक है। बेली फैट कम करने के लिए आप अपने रूटीन में मेथी दाने का पानी शामिल कर सकते हैं। इसके सेवन से पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है।