Hair fall Treatment: कंघी करते समय बालों का झड़ना स्वाभाविक माना जाता है। लेकिन अगर हर समय आपके बाल टूट रहे हों तो सतर्क होने का समय आ गया है। आज के समय में बालों की देखभाल बेहद जरूरी है, बदलता लाइफस्टाइल, हार्मोनल इंबैलेंस और धूल-मिट्टी की वजह से बाल कमजोर हो जाते हैं और टूटने लगते हैं। इन वजहों से न केवल उम्रदराज लोगों में बल्कि कम उम्र में भी लोगों को हेयर फॉल की समस्या होने लगती है। आयुर्वेद विज्ञान के मुताबिक जब शरीर का मेटाबॉलिज्म अनियमित हो जाता है तो भी हेयर फॉल और हेयर लॉस की परेशानी अधिक हो जाती है। तेजपत्ता हेयर फॉल कम करने में मददगार माना जाता है, आइए जानते हैं कैसे –
कम होता है हेयर फॉल: प्रदूषण और धूल-मिट्टी के लिए हेयर डैमेज अधिक होने लगती है। तेजपत्ता से बना पाउडर बाल टूटने की परेशानी को कम करने में मददगार है। आप इसे घर पर भी आराम से बना सकते हैं। ग्राइंडर में अच्छे से इसे पीस लें और उसमें कुछ बूंद नींबू का रस और दही मिलाएं और अच्छे से पीस लें। इस मिश्रण को अपनी स्कैल्प पर रोज़ लगाएं।
हेयर कंडीशनर तेजपत्ता: किचन का ये मसाला एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो बालों को सॉफ्ट और चमकदार बनाने में मददगार है। सबसे पहले तेजपत्ते को पानी से भरे बर्तन में कम से कम 20 मिनट के लिए उबालें। जब उसमें से अच्छी महक आने लगे तो गैस बंद करें। इसे एक बोतल में बंद कर दें और एक दिन के अंतराल पर भीगे बालों में शैम्पू करने से पहले लगाएं।
स्कैल्प में इंफेक्शन का खतरा होगा कम: मौसम में बदलाव व अन्य कारणों से स्कैल्प में बैक्टीरियल व फंगल इंफेक्शन का खतरा होता है। तेजपत्ता में एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो इस परेशानी को दूर करने में कारगर है। स्कैल्प इंफेक्शन से पीड़ित लोगों को रोजाना तेजपत्ता के पानी से अपने बाल धोने चाहिए।
डैंड्रफ की परेशानी होगी दूर: तेजपत्ता के इस्तेमाल से डैंड्रफ की परेशानी दूर होती है। साथ ही बालों की खुजली भी कम होगी। सबसे पहले पिसे हुए तेजपत्ता के पाउडर को नारियल तेल में मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इसे अपनी स्कैल्प में लगाएं और फिर तेजपत्ता के पानी से बाल धो लें।