आजकल की इस दौड़ती भागती जिंदगी में हर कोई अपने कामकाज में इतना ज्यादा बिजी है जिस कारण उन्हें सोने तक का समय नहीं है। मनुष्य जीवन में थकान दूर करने और दिमाग को तरोताजा बनाने में एक अच्छी नींद का बहुत बड़ा योगदान होता है। इसके विपरीत खराब नींद से आपकी सेहत प्रभावित हो सकती है। पर्याप्त नींद ना लेना सेहत के लिए बहुत हानिकारक है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अच्छी नींद पाने के लिए होने दिनचर्या में योग-व्यायाम और खानपान की आदतों को बेहतर बनाकर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए अच्छी नींद लेना आवश्यक है। पर्याप्त नींद न लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर हो जाती है। सही से नींद न पूरा होने की हालत में शरीर में प्रोटीन नहीं बन पाता है। इस कारण शरीर में एंटीबॉडी का सही से निर्माण नहीं हो पाता। खराब और अस्त-व्यस्त नींद हमें कैंसर, मधुमेह, ओस्टियोपोरोसिस, कमजोर याददाश्त तथा हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों की तरफ धकेल सकती है।
दवाई का इस्तेमाल: यदि आप रोजाना सोने से पहले कोई दवाई ले रहें है और दवा लेने के पश्चात आपको नींद में समस्या आ रही है। तो अपने चिकित्सक से इस बारे में परामर्श अवश्य लें। क्योंकि कुछ दवाएं दिमाग को उलझा रखती हैं, जिसकी वजह से भी नींद नहीं आती।
इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के इस्तेमाल: वर्तमान में समय में स्मार्टफोन और अन्य डिजिटल गैजेस्ट्स आने के बाद डिजिटल युग हमारी अस्त व्यस्त नींद के लिए एक कारण बन गया है। बार बार आने वाले संदेश और पोस्ट चेक करने के कारण हम सही से नींद नहीं ले पाते हैं। इसलिए सोने से पहले कोशिश करें की फोन को अपने से दूर रखें या फिर बंद करके सोना चाहिए।
टेंशन में सोना: आजकल की लोगों की जिंदगी में तनाव बहुत ज्यादा रहने लगा है। शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी बेहतर रहना बहुत जरूरी है। कई रिसर्च से यह पता चला है कि बहुत ज्यादा तनाव करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इम्यूनिटी को बेहतर बनाए रखने के लिए तनाव और चिंता को जीवन से दूर रखें।
अल्कोहल का सेवन: अधिकतर लोग सोने से पहले शराब आदि का सेवन करते हैं। जरुरत से ज्यादा अल्कोहल सेवन करने से आपको बेचैनी महसूस हो सकती है जिसकी वजह से भी नींद आने में समस्या होती है। ऐसे में कोशिश करने की सोने से पहले अल्कोहल न लें, यदि लें भी है तो कम मात्रा में अपने क्षमता के अनुसार ही लें।