Skin Care: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव भी लोगों का साथी बनकर उभरा है। पर्सनल अथवा प्रोफेशनल लाइफ में स्ट्रेस न केवल सेहत को प्रभावित करता है, बल्कि इससे आपकी खूबसूरती भी कम हो सकती है। अपने आप को फ्रेश और अट्रैक्टिव दिखाना हर कोई चाहता है। इसके लिए लोग घंटों पार्लर व सैलून का चक्कर भी लगाते हैं। पर कई बार त्वचा के लिए चेहरे पर इस्तेमाल की गईं ब्यूटी प्रोडक्ट्स ही पर्याप्त नहीं होती हैं। इस कारण स्किन संबंधी कई परेशानियां आपको अपनी चपेट में ले सकती है। पिंपल्स, मुंहासे और ऑयली स्किन जैसी कई समस्याएं स्ट्रेस के कारण भी होती हैं। आइए जानते हैं –

बढ़ता है एक्जेमा का खतरा: एक्जेमा एक त्वचा संबंधी रोग है है जो कई बार लोगों को काफी परेशानी में डाल सकता है। इस कारण त्वचा में लाल या सफेद रैशेज निकलने लगते हैं जिसमें भयंकर खुजली होती है। ये बीमारी छूने से फैलती है, इस वजह से एक्जेमा को एक संक्रामक बीमारी कहा जाता है। कई शोध में ये पता चलता है कि स्ट्रेस भी इस बीमारी के मुख्य कारणों में से एक है। माना जाता है कि इस बीमारी को ठीक होने में कम से कम एक महीना लग जाता है।

निकलने लगते हैं पिंपल्स: अगर आपकी तैलीय त्वचा है तो तनाव लेने से आपके चेहरे पर मुंहासे भी निकल सकते हैं। स्ट्रेस लेने से शरीर में हार्मोन इम्बैलेंस हो जाते हैं। स्ट्रेस हार्मोंस शरीर में सूजन बढ़ाते हैं, साथ ही मुंहासों को बढ़ाने में भी मददगार हैं। स्किन से इनके दाग हटाने में भी समय लगता है।

बढ़ जाती हैं झुर्रियां: कई शोध इस बात को दर्शाते हैं कि ज्यादा चिंता करने से चेहरे पर झुर्रियां अधिक नजर आने लगती हैं। इससे व्यक्ति के चेहरे पर जल्दी बुढ़ापे के निशान नजर आने लगते हैं। माना जाता है कि तनाव लेने से माथे पर प्रेशर अधिक पड़ने लगता है, जिसके कारण लोग अपनी उम्र से अधिक के लगने लगते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक शरीर में तनाव की अधिकता से त्वचा में मौजूद कोलेजन टूटने लगते हैं जिससे झुर्रियां हो जाती हैं।

ऑयली स्किन का खतरा: जब कोई व्यक्ति तनाव यानी कि स्ट्रेस में होता है, तो शरीर में एंड्रोजेन हार्मोन का उत्पादन ज्यादा मात्रा में होता है जिससे स्किन ऑयली हो जाती है। इसके अलावा, ज्यादा स्ट्रेस लेने से स्किन का प्राकृतिक बैलेंस भी बिगड़ जाता है।