नवंबर महीना स्किन केयर के लिहाज से बहुत अहम होता है। क्योंकि इस महीने में आपको अपनी त्वचा का काफी ध्यान रखना होता है। ऐसा नहीं करने पर कई प्रकार की स्किन संबंधी समस्याएं जैसे डलनेस, ऑयली स्किन या ड्राई पैच भी हो सकते हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप अपनी त्वचा को सही रखने के लिए रोज़ाना अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करें।

ऐसे मौसम में भी त्वचा को ग्लोइंग रखने के कुछ टिप्स त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर असीम शर्मा ने भी बताए हैं। असीम बताती हैं, ये बहुत जरूरी है कि आप त्वचा से ऑयल और गंदगी को तुरंत हटा लें और इस मौसम में ये सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि आपकी स्किन जेंटल रहे। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप त्वचा को सूखा करने वाले साबुन से दूर रहें और चेहरे को साफ करते हुए ज्यादा रगड़े नहीं, इससे त्वचा फट सकती है। इसलिए कोशिश करें कि त्वचा पर जमी हुई गंदगी हटाने के लिए क्लिंजिंग ऑयल का ही इस्तेमाल करें और बहुत आराम से साफ करें।

क्या हो सकते हैं कारण: असीम शर्मा बताती हैं, त्वचा के सूखेपन का मुख्य कारण होता है कि इसके बाहरी स्वरूप पर बहुत सारी डेड कोशिकाओं का संग्रह बन जाता है। इसलिए ये बहुत जरूरी है कि समय के साथ इसे हटा लिया जाए। हर हफ्ते कुछ एक्सफोलिएशन के साथ इन्हें त्वचा के बाहरी हिस्से से हटाना शुरू करना चाहिए और एक बार त्वचा को इसकी आदत पड़ने के बाद आवृत्ति में वृद्धि भी कर सकते हैं।

दोपहर में बाहर जाने से बचें: सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक बाहर यात्रा करने से भी बचना चाहिए क्योंकि इस समय बाहर सबसे ज्यादा प्रदूषण और धूप रहती है। इससे आपकी त्वचा टैन पड़ सकती है। अगर इस समय के बीच में कई लोगों के लिए जाना बहुत जरूरी है तो उन्हें हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए, जिसमें हवा आसानी से पास हो सके। त्वचा को ठंडा और हाइड्रेटेड रखने के लिए हाथ में पानी की बोतल और गीली टिश्यू भी हाथ में रखें।

डाइट का ध्यान रखें: ग्लोइंग स्किन के लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी डाइट का ध्यान रखें। ये बहुत जरूरी है कि आप अपने डाइट में पालक, गाजर, फलियां, मटर और टमाटर जैसी सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा हेल्दी स्किन के लिए फल और न्यूट्रीशन को भी अपनी रोज़ाना की डाइट का हिस्सा बनाएं। धूप से खुद को बचाने के लिए त्वचा पर सनस्क्रीन को भी लगा सकते हैं। इससे सूरज की हानिकारक UV किरणें आपकी त्वचा तक नहीं पहुंच पाएंगी। इसके अलावा ये आपको त्वचा के रूखेपन से भी बचाती है।