Skin Glowing Tips: त्वचा से संबंधित समस्याओं में पिंपल्स यानी चेहरे पर कील-मुंहासे आम है। प्रदूषण, स्ट्रेस और तमाम दूसरी वजहों के साथ-साथ खानपान और अनियमित जीवन-शैली के चलते त्वचा से ऐसी समस्याएं हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक यदि हम अपने खानपान और लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव कर लें तो ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है। चर्चित क्लिनिकल डायटिशियन लक्षिता जैन कहती हैं कि “त्वचा को साफ़ करने के लिए खानपान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। कई बार ब्लड में ज्यादा मेलेनिन होने के कारण पिंपल्स हो जाता है। इससे बचने के लिए खानपान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
लक्षिता जैन कहती हैं कि हर दिन कम से कम दो फल और सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए। खानपान में सेलेनियम, जिंक, ओमेगा-3 और विटामिन ई से भरपूर चीजें, जैसे- सूरजमुखी के बीज, अमरूद, किवी, संतरा, अंडे और दालों को शामिल करें। इसके अलावा भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से आपको 27 दिनों में ही फ़र्क दिखाई देगा।
खानपान में इन चीजों को करें शामिल:
मछली: यदि नॉन वेजिटेरियन हैं तो साफ-निखरी त्वचा के लिए अपनी डाइट में हफ्ते में दो बार मछली जरूर शामिल करें। मछली विटामिन-ई और जिंक और ओमेगा-3 का सबसे अच्छा स्रोत है।
फिश ऑइल सप्लीमेंट: साफ त्वचा पाने के लिए मछली के तेल का इस्तेमाल भी कारगर है। 1200 मिलीग्राम फिश ऑयल लेना काफ़ी अच्छा होता है।
अलसी के बीज: शाकाहारी लोगों के लिए अलसी के बीच ओमेगा-3 का बेहतरीन स्रोत हैं। इसमें त्वचा की नमी को बनाए रखने की क्षमता होती है। एक दिन में दो बड़े चम्मच अलसी अपनी डाइट में शामिल करें। (यह भी पढ़ें- Blood Sugar के मरीजों को हर दिन जरूर करने चाहिए ये 5 काम, लेकिन भूलकर भी न करें ऐसी गलतियां)
टमाटर: टमाटर में प्रचुर मात्रा में लाइकोपिन होता है। टमाटर को त्वचा पर लगाने से पिगमेंटेशन को कम करने में मदद मिलती है। वहीं, इसके सेवन से त्वचा हाइड्रेट और चमकदार बनी रहती है।
नींबू-पानी: स्किन की 90 प्रतिशत प्रॉब्लम हाइड्रेशन से सम्बन्धित होती है। इसलिये हर दिन दो गिलास नींबू पानी का सेवन जरूर करें। सुविधानुसार चीनी भी ऐड कर सकते हैं।
कोलेजन रिच फूड: त्वचा को सुंदर-निखरा बनाए रखने के लिए इन दिनों कोलेजन का खुराक लेना नया चलन बन गया है। ये धूम्रपान, प्रदूषण और यूवी रेज़ के प्रभाव को खत्म कर सकता है। लेकिन अगर आपकी डाइट अच्छी नहीं है तो कोई भी सप्लीमेंट काम नहीं करेगा। मछली, चिकन, अंडों का सफेद हिस्सा, खट्टे फल, जामुन, लाल और पीली सब्जियां, लहसुन कोलेजन के प्राकृतिक सोर्स हैं। कोशिश करें कि इनका ज्यादा से ज्य़ादा सेवन करें।