यूपी चुनाव में अब वक्त कम बचा है। सभी सीटों पर प्रत्याशियों की सूची लगभग जारी हो चुकी है। प्रतापगढ़ की सात विधानसभा सीटों में से चार पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। कुंडा से बीजेपी ने सिंधुजा मिश्रा को टिकट दिया है। कुंडा ही वो सीट है, जो प्रतापगढ़ की सबसे चर्चित सीट कही जाती है क्योंकि इस सीट से लगातार सात बार से रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) चुनाव जीतते आ रहे हैं। इस बार राजा भैया का मुकाबला सिंधुजा मिश्रा से होने जा रहा है।
कौन हैं सिंधुजा मिश्रा: सिंधुजा मिश्रा मूल रूप से आजमगढ़ की रहने वाली हैं। वह आजमगढ़ के चर्चित वैद्य पंडित चंद्रदत्त त्रिपाठी की पौत्री और पंडित श्रीनिवास त्रिपाठी की बेटी हैं। उन्होंने आजमगढ़ के ही राजकीय बालिका इंटर कॉलेज और श्री अग्रसेन महिला पीजी कॉलेज से पढ़ाई-लिखाई की है। इसके अलावा लखनऊ यूनिवर्सिटी से एमए बीएड और एलएलबी की डिग्री भी हासिल की है और हाइकोर्ट में अधिवक्ता भी हैं।
सिंधुजा की शादी प्रतापगढ़ शहर में ही हुई है। उनके पति का नाम शिव प्रकाश मिश्र सेनानी है। ऐसा नहीं है कि सिंधुजा मिश्रा पहली बार चुनावी मैदान में हैं। इससे पहले उन्होंने साल 2009 में बसपा के समर्थन से को-ऑपरेटिव बैंक का चुनाव लड़ा था और राजा भैया के करीबी को चुनाव में हराया था।
फिर साल 2012 में वह विश्वनाथगंज विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरीं, लेकिन हार गई थीं। 2014 में बसपा के ही टिकट पर उपचुनाव में किस्मत आजमाई लेकिन इस चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद सिंधुजा मिश्रा अपने पति शिवप्रकाश सेनानी के साथ बीजेपी में शामिल हो गईं।
बता दें, सिंधुजा मिश्रा के पति, शिव प्रकाश सेनानी, राजा भैया के खिलाफ 2004 और 2012 में चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। अब तीसरी बार खुद सिंधुजा मिश्रा राजा भैया के खिलाफ मैदान में हैं।
कितनी संपत्ति कि मालकिन हैं सिंधुजा मिश्रा?: 2012 चुनाव में चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के अनुसार, सिंधुजा मिश्रा के पास 4,39,02,438 रुपये की चल संपत्ति थी जबकि 25,66,90,000 की अचल संपत्ति थी। कुल मिलाकर सिंधुजा के पास 30,05,92,438 रूपये की संपत्ति थी। जबकि तब 73 लाख रूपये का सिंधुजा मिश्रा ने लोन लिया हुआ है।
बता दें कि प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। कुंडा सीट पर प्रत्याशी उतारने से समाजवादी पार्टी भी बचती आई है लेकिन इस बार सपा ने गुलशन यादव को टिकट दिया है और बीजेपी ने सिंधुजा मिश्रा को! इसके बाद से कुंडा विधानसभा में राजनीतिक माहौल पूरी तरह से गर्म है।
कुंडा से साल 1993 से ही लगातार रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया चुनाव लड़ते और जीतते आ रहे हैं। ऐसे में शायद ऐसा पहली बार होगा, जब राजा भैया अपने ही क्षेत्र में घिरते नजर आएं। गुलशन यादव, रघुराज प्रताप सिंह के करीबी माने जाते थे लेकिन वो राजा भैया को सपा के टिकट पर चुनौती देते नजर आ रहे हैं। साथ ही बीजेपी की उम्मीदवार सिंधुजा मिश्रा भी दमखम दिखा रही हैं।