कम नींद लेने के चलते आपने स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ते देखा और सुना होगा। जिससे आपकी न केवल सेहत बल्कि दिनचर्या भी बिगड़ती चली जाती है। लेकिन कम सोने के कारण हड्डियां भी कमजोर हो जाती हैं। कम नींद लेने का हड्डियों का सीधी असर उम्रदराज महिलाओं पर सबसे ज्यादा पड़ता है। यह सीधे तौर पर ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे से संबंधित है। इस दौरान हड्डियों के कमजोर होने और टूटने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा होने के कारण महिलाओं की हड्डियों का घनत्व कम होना शुरू हो जाता है।
अमेरिका के न्यूयाॉर्क में स्थित बफेलो यूनिवर्सिटी की एक टीम द्वारा इस पर शोध किया गया। इस दौरान 11,084 पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं पर अध्ययन हुआ। यह सभी वूमेंस हेल्थ इनिसिएटिव के तहत शामिल हुई थीं। इस दौरान हर रात पांच या उससे कम देर की नींद लेने वाली महिलाओं की तुलना हर रात में सात से आठ घंटे सोने वाली महिलाओं से हुई।
इस तुलना का अध्ययन किया गया। जिसमें सामने आया कि, पांच घंटे या उससे कम देर की नींद लेने वाली महिलाओं की हड्डियों का घनत्व कम होने लगा। इन महिलाओं में हड्डियों की कमजोरी और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा 22 प्रतिशत से 63 प्रतिशत था। इस दौरान गर्दन, रीढ़ की हड्डी और कूल्हों सहित पूरे शरीर की हड्डियों में कमजोरी देखी गई।
इसके अलावा कम नींद लेने के और भी नुकसान हैं। ज्यादा और गहरी नींद ने लेने वाले हर किसी को कई बीमारियां घेर लेती हैं। जिसका नकारात्मक असर बहुत जल्द हमारे शरार पर दिखने लगता है। वहीं, नाइट शिफ्ट की नौकरी करने वालों पर तो गंभीर बीमारी होने का खतरा बना ही रहता है। पूरी नींद न लेने वाले और नाइट शिफ्ट में काम करने वाले लोगों को सेहत के मद्देजनर अपनी दिनचर्या में जल्द सुधार लाना चाहिए।
अच्छी नींद न लेने से होने वाली गंभीर बीमारियां
कैंसर
अच्छी नींद न लेने को लेकर कई शोध और अध्ययन किए गए हैं। बहुत सी स्टडी में पाया गया कि कम सोने से स्तन कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
मधुमेह
पर्याप्त नींद न होने पाने पर शरीर शुगर और तला भुना खाना मांगता है। जो मधुमेह होने का बड़ा कारण हो सकता है। इसके साथ ही यह आपको हाई बीपी की समस्या से भी ग्रसित कर सकता है।
हार्ट अटैक
सोते समय पाचन क्रिया सबसे अच्छी तरह से काम करती है। इस दौरान शरीर जहरीले पदार्थों की सफाई करता है। अगर नींद पूरी न हो तो यह काम शरीर सही से नहीं कर पाता। जो कई बार हार्ट अटैक का खतरा पैदा करता है।
मानसिक रूप से कमजोर
किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मानसिक रूप से मजबूत होना अति आवश्यक है। हालांकि कम नींद के चलते ऐसा बिलकुल भी संभव नहीं है। कम सोने वालों में ऊर्जा गायब सी रहती है। शरीर और मन में ताजगी नहीं आ पाती। जिसके चलते कई मानसिक समस्याएं घेर लेती हैं।