जैसे-जैसे पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं सत्ताधारी पार्टी टीएमसी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक के बाद एक टीएमसी के कई नेता पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। शुभेंदु अधिकारी के पार्टी छोड़ने के बाद अब बीरभूम से टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय ने बगावती तेवर दिखा दिए हैं। शताब्दी रॉय ने तारापीठ विकास परिषद से इस्तीफा दे दिया है। उनके बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
कौन हैं शताब्दी रॉय : शताब्दी रॉय टीएमसी की दिग्गज नेता मानी जाती हैं। राजनीति में शामिल होने से पहले शताब्दी रॉय बंगाली सिनेमा में भी काम कर चुकी हैं। शताब्दी रॉय बंगाली सिनेमा की जानी-पहचानी अभिनेत्री रही हैं और कई सुपरहिट फिल्मों में काम कर चुकी हैं। इसके अलावा शताब्दी रॉय कई फिल्मों का निर्देशन भी कर चुकी हैं। वो 2009 से बीरभूम से टीएमसी की सांसद हैं।
भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच शताब्दी रॉय ने ANI से कहा है,’ मुझे टीएमसी में बहुत चीजों का सामना करना पड़ रहा है, फेसबुक पोस्ट ठीक हैं और मेरे द्वारा किए गए हैं। मैं कल दिल्ली जा रही हूं पर इसका मतलब यह नहीं है कि मैं बीजेपी में शामिल होने वाली हूं। मैं एक सांसद हूं और दिल्ली जा सकती हूं।’
करोड़ों की संपत्ति की मालिक हैं शताब्दी रॉय : टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय करोड़ों की संपत्ति की मालकिन हैं। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए हलफनामे के मुताबिक शताब्दी रॉय के पास 4.86 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। हालांकि उनके पास 1.86 करोड़ रुपए की वित्तीय देनदारी भी है। शताब्दी रॉय गाड़ियों की बेहद शौकीन है, उनके पास फॉर्च्यूनर और होंडा सिटी जैसी गाड़ियां हैं। इतना ही नहीं शताब्दी के पास 10 लाख से ज्यादा रुपए की ज्वेलरी भी है। उन्होंने कोलकाता यूनिवर्सिटी के जोगमाया कॉलेज से ग्रेजुएशन में बीए की पढ़ाई भी की है।
भाजपा नेता को चुनाव हराकर संसद पहुंची थीं शताब्दी रॉय : 2019 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की प्रचंड लहर में टीएमसी नेता शताब्दी रॉय भाजपा के उम्मीदवार दूध कुमार मंडल को लगभग 89 हजार वोटों से शिकस्त देकर लोकसभा पहुंची थीं। वहीं 2014 लोकसभा चुनाव में शताब्दी रॉय ने सीपीएम के मोहम्मद कामिल इलाही को 67 हजार वोटों से शिकस्त दी थी।