Good Night Tips: रात को सही से सोना (Night Sleep) हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है। रात को समय से सोना और सुबह सही समय पर उठना एक हेल्दी रूटीन होता है। हालांकि, इस रूटीन को बहुत कम ही लोग फॉलो कर पाते हैं। कुछ लोग तो देर रात तक जगते रहते हैं और काफी देर से सोने के बाद सुबह अलार्म लगाकर जगते हैं। वहीं, कई लोग तो सुबह जल्दी उठने के लिए मंटीपल अलार्म लगाते हैं।

अगर आप भी सुबह उठने के लिए अलार्म लगाते हैं तो सावधान हो जाएं। यह आपके स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर डाल सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि अलार्म लगाकर सोने से क्या होता है। इसके क्या साइड इफैक्ट्स हैं और इस बारे में सद्गुरु की क्या राय है।

अलार्म में बिगड़ती है नींद की क्वालिटी

कई रिपोर्ट में बताया गया है कि रात को अलार्म लगाकर सोने से नींद की क्वालिटी बिगड़ती है। सामान्य तौर पर रात में सात से आठ घंटा सोना अच्छा माना जाता है। हालांकि, जब आप रात को अलार्म लगाकर सोते हैं तो सही से नींद नहीं ले पाते हैं। आप अपने नींद को कोटा को कम कर देते है, जिससे कई बार पूरे दिन में थकावट जैसा फील होता है। कई बार इससे हार्मोन भी इन बैलेंस हो जाता है, जिससे तनाव और चिड़चिड़ापन भी होने लगता है।

नींद की कमी से हो सकता है डिप्रेशन

वहीं, नींद की खराब क्वालिटी के कारण इसका असर मेंटल हेल्थ पर अधिक पड़ता है। नींद की कमी के कारण दिन भर अजीब सा फील होता है। नींद की कमी से डिप्रेशन और एंजायटी जैसी भी समस्या हो सकती है।

क्या कहते हैं सद्‌गुरु?

सद्‌गुरु के मुताबिक, समय से सोना और जगना हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है। वहीं, अलार्म से अचानक जागना यह अच्छा तरीका नहीं है। उनका कहना है कि अगर आप भी लंबे समय तक अलार्म से उठेंगे तो कुछ समय बाद आपको शारीरिक समस्याएं पैदा हो सकती है। अगर आप भी सही से सुबह नहीं उठते हैं तो आप अपनी दिनचर्या में बदलाव कर सकते हैं।