डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो खराब लाइफस्टाइल और खराब खानपान की वजह से होती है। यह बीमारी तब होती है जब आपका शरीर ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का ठीक से उत्पादन या उपयोग नहीं कर पाता। यह बीमारी पहले बढ़ती उम्र में लोगों को अपनी गिरफ्त में लेती थी, लेकिन अब कम उम्र में ही लोगों को अपना शिकार बना रही है।

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दवाई जितनी असरदार है उतने ही देसी नुस्खें भी असरदार है। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। कच्ची हल्दी भी एक ऐसा ही मसाला है जो शुगर को कंट्रोल करने में बेहद मददगार है।

हल्दी एक ऐसा मसाला है जो औषधीय गुणों से भरपूर है, जिसका इस्तेमाल सदियों से कई बीमारियों का उपचार करने में किया जाता है। माना जाता है यह दर्द से राहत दिलाने और कई बीमारियों का उपचार करने में बेहद उपयोगी है। कच्ची हल्दी में विटामिन C,K पोटैशियम, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, फॉस्फोरस, थियामिन, राइबोफ्लेविन मौजूद होता जो अच्छी सेहत के लिए बेहद उपयोगी है।

डायबिटीज में कच्ची हल्दी के फायदे: यह बात सामने आई है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए हल्दी का सेवन बेहद फायदेमंद है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में बेहद असरदार है। इसका इस्तेमाल करने से इंसुलिन लेवल को दुरुस्त रखा जा सकता है। डायबिटीज के मरीज कच्ची हल्दी का सेवन जरूर करें।

डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करती है हल्दी, जानिए रिसर्च: हल्दी का सक्रिय घटक करक्यूमिन सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। 2013 की एक समीक्षा अध्ययन से पता चलता है कि करक्यूमिन रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकता है, साथ ही साथ यह अन्य मधुमेह से संबंधित जटिलताओं को भी कम कर सकता है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया गया है कि मधुमेह की रोकथाम में करक्यूमिन की भूमिका असरदार हो सकती है। करक्यूमिन और हल्दी के प्रभावों को बेहतर समझने के लिए और ज्यादा नैदानिक परीक्षणों की आवश्यकता है।

हल्दी किस तरह सेहत को फायदा पहुंचाती है।

इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाती है: कच्ची हल्दी का सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग रहती है, साथ ही कई बीमारियों से बचाव भी होता है। हल्दी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल गुण शरीर को कई रोगों से बचाने में बेहद असरदार साबित होते हैं।

पाचन को ठीक रखती है: कच्ची हल्दी का सेवन करने से पाचन ठीक रहता है।  हल्दी में मौजूद करक्यूमिन पाचन को दुरूस्त रखता है। करक्यूमिन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाचन को बेहतर बनाने में बेहद असरदार हैं।

लीवर हेल्दी रहता है: कच्ची हल्दी का सेवन करने से लीवर हेल्दी रहता है। कच्ची हल्दी का इस्तेमाल सूप, सब्जी, दूध, पानी, चटनी, सलाद और अचार में किया जा सकता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन लिवर की समस्याओं से बचाव करता है। लिवर की विषाक्तता, फैटी लिवर डिजीज और लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियों से बचाव करने में भी हल्दी बेहद असरदार है।