उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार कर रही हैं। प्रियंका लगातार बीजेपी और योगी सरकार पर निशाना साध रही हैं। कांग्रेस ने घोषणा की है कि इस बार पार्टी 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी। ये कोई पहली बार नहीं है जब प्रियंका अपनी पार्टी के लिए चुनाव मैदान में उतरी हैं। साल 1999 में पहली बार उन्हें सोनिया गांधी के लिए चुनाव प्रचार करते हुए देखा गया था। इस दौरान प्रियंका गांधी से कुछ चीजों को लेकर सवाल भी पूछे गए थे।
‘एनडीटीवी’ को दिए एक पुराने इंटरव्यू में प्रियंका गांधी से सवाल किया गया था, ‘क्या आपको अपनी मां के लिए प्रचार करते हुए अच्छा लग रहा है? बीजेपी आपकी मां के खिलाफ लगातार प्रचार कर रही है, खासकर उनके विदेशी होने को मद्दा बनाया जा रहा है। आप इस पर क्या कहना चाहती हैं, आखिर वो ऐसा क्यों कर रहे हैं?’ इसके जवाब में प्रियंका कहती हैं, ‘मैं पहले ही आपको इस बारे में बता चुकी हूं। मुझे उन लोगों पर बहुत दया आती है। उन्हें इस बात का बिल्कुल पता नहीं कि मेरी मां इस देश को कितना प्यार करती हैं और उन्हें भारतीय होने पर कितना गर्व महसूस होता है।’
प्रियंका से पूछा जाता हैं, ‘क्या इस चुनाव प्रचार के सहारे अपकी भी राजनीति में एंट्री की तैयारी हो रही है?’ इसके जवाब में वो कहती हैं, ‘ऐसा कुछ नहीं है। अभी आपको मुझे राजनीति में देखने के लिए बहुत लंबा इंतजार करना होगा। बस अभी हमारा पूरा ध्यान चुनाव प्रचार पर है। मेरे राजनीति में आने के सवाल पर कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी लगेगा। क्योंकि फिलहाल मैं सक्रिय राजनीति से दूर ही ठीक हूं।’
महिलाओं की मदद करेगी कांग्रेस: अब प्रियंका गांधी ने सक्रिय राजनीति में एंट्री कर ली है और वह पार्टी के लिए लगातार प्रचार भी कर रही हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था, ‘अगर यूपी की कोई भी महिला चुनाव लड़ना चाहती है तो कांग्रेस उनकी मदद करने के लिए तैयार है। हारने से नहीं डरना चाहिए। अगर इस बार हारेंगे तो अगले चुनाव में जरूर जीत जाएंगे। हमारी पार्टी महिलाओं के लिए घोषणा पत्र जारी करेगी।’
यूपी की मुख्यमंत्री बनेंगी प्रियंका गांधी? ‘ABP न्यूज़’ के साथ बातचीत में प्रियंका गांधी से सवाल किया गया था कि वह उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनेंगी? इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘अभी तो इस पर कुछ जवाब देना ठीक नहीं है। अगर आगे चलकर ऐसा कुछ भी होगा तो सबको बता दिया जाएगा। क्योंकि ये अकेले मेरा फैसला नहीं हो सकता। पार्टी के अन्य नेताओं की मर्जी के बिना कोई फैसला नहीं होता तो फिलहाल इस सवाल के जवाब के लिए थोड़ा इंतजार करना ठीक है।’