शरीर दर्द हो या फिर इम्युनिटी मजबूत करना हो, हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है। ऐसे ही प्रेग्नेंसी के दौरान भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद होता है। यह गर्भवती महिला को अतिरिक्त कैल्शियम प्रदान करती है, जो गर्भ में बढ़ते बच्चे के स्केलेटल की बढ़त और विकास के लिए आवश्यक है। एक गिलास हल्दी वाला दूध पीना अच्छा होता है जिससे शरीर में कैल्शियम और प्रोटीन की जरूरत पूरी होती है। लेकिन इसे सीमित मात्रा में पिएं क्योंकि इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल फीटस के स्वास्थ्य पर उल्टा या नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आइये जानते हैं प्रेग्नेंसी के दौरान हल्दी वाला दूध पानी कैसे लाभ पहुंचाता है-

शरीर के दर्द को कम करता है: हल्दी वाले दूध में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होता है जो शरीर में होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई हॉर्मोनल बदलाव आते हैं जिसके कारण जोड़ों में दर्द और ऐंठन भी होने लगती है। ऐसे में हल्दी वाला दूध पिएं।

इम्युनिटी मजबूत करता है: प्रेग्नेंसी के दौरान इम्युनिटी मजबूत होना बेहद जरूरी होता है। इसलिए रोजाना हल्दी वाला दूध डरूर पिएं। यह शरीर को इंफेक्शन से बचाता है और फ्री-रेडिकल्स को हटाकर इम्युनिटी मजबूत करता है।

सर्दी-जुकाम से राहत दिलाता है: हल्दी वाले दूध में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होता है जो सर्दी-जुकाम को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा गले में होने वाली खराश को भी कम करता है। इतना ही नहीं हल्दी वाला दूध ठंड और फ्लू से भी राहत दिलाता है।

पेट से जुड़ी समस्या: गर्भावस्था के दौरान कब्ज भी एक आम समस्या होती है। मलाशय पर बढ़ते गर्भाशय का दबाव पड़ता है जिससे कब्ज की समस्या हो जाती है। ऐसे में प्रेग्नेंसी में हल्दी वाले दूध का सेवन करना लाभकारी हो सकता है।

हल्दी वाला दूध कैसे करें डाइट में शामिल: एक चुटकी हल्दी को दूध में मिलाकर सेवन करें। इससे ज्‍यादा ना खाएं। संभव हो तो ऑर्गेनिक हल्दी लें। ऑर्गेनिक हल्दी में किसी प्रकार की कोई मिलावट नहीं होती है और यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है।