गर्भवती महिलाओं को हमेशा से ही अपना और आने वाले शिशु का ख्याल रखने के लिए बहुत सी सलाह दी जाती है। इन्हीं में से एक गर्भावस्था के दौरान यौन संबंध न बनाने की सलाह भी है। इससे जुड़े कई मिथक प्रचलित हैं, जिन पर लोग लंबे समय से भरोसा करते आ रहे हैं। हम अक्सर बिना सच्चाई जाने और बिना रिसर्च किए ही किसी की भी बात पर विश्वास कर लेते हैं। इस मिथक को तोड़ने के लिए हाल ही में एक शोध किया गया है। सेक्स रिसर्चर सोफिया जावेद-वेसल का मानना है कि गर्भावस्था के दौरान शारीरिक संबंध न बनाने की सलाह देकर हम महिलाओं को शारीरिक सुख से नजरअंदाज करने का काम करते हैं। सोफिया ने कहा कि हमें गर्भवती महिलाओं को बताने की जरूरत नहीं है कि उन्हें अपने शरीर के साथ क्या करना चाहिए। उनका कहना है कि अधिकतर महिलाएं गर्भावस्था के दौरान यौन संबंध बना सकती हैं और यह पूरी तरह सुरक्षित सुरक्षित भी है।
सेक्स से जुड़े कई विषयों पर रिसर्च कर चुकीं शोधकर्ता सोफिया ने कहा, “जब हम गर्भवती महिलाओं को सेक्स न करने की सलाह देते है, तो यह व्यवहार बताता है कि हमें उनके यौन सुख की कोई परवाह नहीं है।”
टेड टॉक के दौरान इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए वेसल ने कहा कि अक्सर गर्भवती महिला को उनकी यौन जरूरतों और इच्छाओं से अलग कर दिया जाता है। आम तौर पर हमारा समाज उन्हें केवल प्रजनन की एक वस्तु समझता है। वेसल ने कहा, “गर्भवती महिलाओं को ‘एक अच्छी मां बनने’ के लिए बेसिक प्राइवेसी तक नहीं दी जाती। इसके साथ ही उनसे उनकी शारीरिक आजादी भी छीन ली जाती है। हम उन्हें उनके निजी फैसले लेने की आजादी तक नहीं देते।”
इस टॉक शो के दौरान सोफिया मे कई ऐसी बातों पर प्रकाश डाला जो महिलाओं की आजादी के खिलाफ हैं और लंबे समय पर महिलाओं पर थोपी जा रही हैं। सोफिया ने इस दौरान बताया कि कौन-कौन से ऐसे झूठ हैं जो अक्सर लोग महिलाओं से बोलते हैं। यहां देखें वीडियो-
