तमाम लोगों को अनिद्रा (Insomnia) की समस्या है। कई बार काफी प्रयास के बावजूद नींद नहीं आती है। आती भी है तो बीच-बीच में टूट जाती है। अनिद्रा की वजह से स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम समस्याएं हो सकती हैं- जैसे मोटापा, हाइपरटेंशन, डायबिटीज और कमजोर इम्यूनिटी में ऐसे में नींद से जुड़ा आयुर्वेद का सिद्धांत कारगर हो सकता है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस (World Ayurveda Congress) में इसका जिक्र किया।

नींद को लेकर क्या कहता है आयुर्वेद?

आयुर्वेद के मुताबिक नींद न सिर्फ शरीर और दिमाग के आराम के लिए जरूरी है, बल्कि इससे शरीर डीटॉक्सिफाई भी होता है। आयुर्वेद के मुताबिक निद्रा (Nidra) एक ऐसी स्थिति है जिसमें हम अपनी तमाम इच्छाओं से कट जाते हैं। इससे शरीर और मन को आराम मिलता है और थकान दूर होती है। आयुर्वेद कहता है कि नींद की वजह से इंटरनल टिशूज और शरीर के तमाम अंगों पर सकारात्मक असर पड़ता है। अच्छी नींद के बाद तरोताजा महसूस करते हैं।

अनिद्रा की क्या वजहें हैं?

अनिद्रा की कई वजहें हो सकती हैं। indianexpress.com के लिए लिखे एक आर्टिकल में डॉ. सुभाष एस. मार्कंडेय (Subhash S Markande) लिखते हैं कि अगर किसी को अनिद्रा की समस्या है तो सबसे पहले अपना रूटीन ठीक करना चाहिए। सोने और जागने का समय फिक्स करना चाहिए। उदाहरण के तौर पर कोई दिन में सो रहा है तो उसे सुस्ती आती है।

इसी तरह अगर आप समय पर नहीं सो रहे हैं तो पूरा बैलेंस बिगड़ जाता है। कम सो रहे हैं या रात को भी जगते हैं तो टीशूज ड्राई हो सकते हैं। इसी तरह जरूरत से ज्यादा सो रहे हैं तो हड्डियों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। डॉ. सुभाष एस. मार्कंडेय लिखते हैं कि अमूमन गर्मियों के दिनों में ही दिन में सोना चाहिए, क्योंकि गर्मी के दिन लंबे होते हैं, वो भी बच्चों, बुजुर्गों या बीमार व्यक्तियों को।

अनिद्रा से बचने के लिए क्या करें? (Ayurvedic concept of Nidra)

1- अपनी एक दिनचर्या फिक्स कर लें। ताकि बॉडी का साइकिल फिक्स हो जाए।
2- पाचन और नींद का आपस में गहरा संबंध है। अगर आप शाम को हैवी भोजन लेते हैं तो इससे आपकी पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और नींद में खलल पड़ती है।
3- हमेशा प्रयास करना चाहिए कि सोने से कम से कम 3 घंटे पहले डिनर कर लें।
4 – आयुर्वेद के मुताबिक सोने से पहले आप एक कप गाय का गर्म दूध या खीर ले सकते हैं, हल्का म्यूजिक सुन सकते हैं या पैरों पर हल्का मसाज कर सकते हैं। इससे वात बैलेंस होता है

क्या है अनिद्रा से बचने का 3-2-1 फॉर्मूला? (Insomnia Treatments)

आयुर्वेद के मुताबिक अनिद्रा या नींद की समस्या से निजात दिलाने में 3-2-1 फॉर्मूला काफी कारगर है। सोने से कम से कम 3 घंटे पहले भोजन कर लें, सोने से 2 घंटे पहले टेलीविजन, मोबाइल, लैपटॉप और दूसरे गैजेट बिल्कुल साइड रख दें। सोने से घंटे पर पहले कोई किताब पढ़ सकते हैं। इससे अच्छी और गहरी नींद आती है। अनिद्रा की समस्या भी दूर होती है