ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। पार्टी में शामिल होते ही बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार भी बना दिया है। कहा जा रहा है कि सिंधिया को कांग्रेस में लंबे वक्त से साइड लाइन कर दिया गया था। इससे वे नाराज चल रहे थे और पिछले कुछ महीनों से उनके कांग्रेस छोड़ने की चर्चाएं चल रही थीं।

बीजेपी में शामिल होने से पहले उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। फिर उन्हीं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गए। इसके बाद कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था। हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ज्योतिरादित्य सिंधिया कि ससुराल से पुराना ‘नाता’ रहा है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रदर्शनी सिंधिया बड़ौदा राजघराने से ताल्लुक रखती हैं, जो अब वडोदरा के नाम से जाना जाता है। प्रियदर्शिनी के पिता संग्राम सिंह गायकवाड़ तत्कालीन बड़ौदा राजघराने के आखिरी शासक प्रताप सिंह राव गायकवाड़ के तीसरे बेटे थे। आजादी के बाद जब देशी रियासतों का विलय हुआ तो बड़ौदा रियासत को भी भारत में मिला लिया गया।

पीएम नरेंद्र मोदी जब साल 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव के अखाड़े में उतरे तो उन्होंने वाराणसी के साथ-साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की ससुराल वडोदरा को चुनावी रण के लिए चुना। उन्होंने दोनों सीटों पर जीत दर्ज की और बाद में उन्होंने वडोदरा की सीट छोड़ दी थी। ‘स्वराज्य’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी के प्रियदर्शिनी सिंधिया के परिजनों से अच्छे संबंध रहे हैं।

राजपरिवार था पीएम का प्रस्तावक: जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब प्रियदर्शिनी के परिजनों का लगातार उनसे मिलना-जुलना भी रहा है और लोकसभा चुनाव के लिए वडोदरा सीट को चुनने के पीछे ये भी एक वजह थी। यही नहीं, 2014 के चुनाव में बड़ौदा राजपरिवार से ताल्लुक रखने वालीं शुभांगिनी राजे गायकवाड़ खुद नरेंद्र मोदी की प्रस्तावक थीं।

ज्योतिरादित्य ऐसे आए PM मोदी के करीब: ‘इंडिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक ज्योतिरादित्य की ससुराल यानी बड़ौदा राज घराने से ताल्लुक रखने वालीं शुभांगिनी राजे गायकवाड़ ही वह शख़्स थीं, जो सिंधिया को PM मोदी के करीब ले आईं। रिपोर्ट की मानें तो उन्होंने प्रधानमंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बातचीत में मध्यस्थ की भूमिका निभाई।

ऐसी है सिंधिया की लव स्टोरी: ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रियदर्शिनी (Priyadarshini Raje Scindia) से पहली मुलाकात एक पारिवारिक कार्यक्रम में हुई थी। दोनों परिवारों ने शादी का फैसला उन्हीं पर छोड़ दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शिनी का कोर्टशिप पीरियड 3 साल का था। इसके बाद दिसंबर 1994 में दोनों ने शादी कर ली।

सादगी के लिए चर्चित हैं प्रियदर्शिनी: दुनिया की 50 खूबसूरत महिलाओं की लिस्ट में जगह बना चुकीं प्रियदर्शिनी सिंधिया (Priyadarshini Scindia) अपनी खूबसूरती के साथ-साथ सादगी के लिए भी चर्चित हैं। वे वर्चुअल दुनिया से दूरी बनाकर रखती हैं और लाइमलाइट में आना पसंद नहीं करती हैं। लगभग सभी तस्वीरों में उन्हें साड़ी में सिर पर पल्लू रखे देखा जा सकता है।