Pudina for Weight Loss: इंसानों के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सबसे पुरानी जड़ी बूटियों में से एक पुदीना है। औषधीय गुणों के अलावा भारतीय इसका इस्तेमाल चटनी, रायता और शरबत में करते रहे हैं। पुदीना पॉलीफेनोल्स का एक समृद्ध स्रोत है और इसमें एक विशिष्ट प्रकार का स्वाद और सुगंधित गंध भी है। इसमें विटामिन ए, सी, और बी-कॉम्प्लेक्स की एक बड़ी मात्रा होती है जो त्वचा की चमक को बढ़ाती है और प्रतिरक्षा को भी बढ़ाती है। पुदीना का एक और पोषण लाभ यह है कि यह आयरन, पोटैशियम और मैंगनीज से भरपूर होता है, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाता है और मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार करता है।
कैसे वजन घटाने में है कारगर: अर्बोर फार्मास्यूटिकल्स के निदेशक, पुदीना और स्नैक 30 के अविष्कारक डॉ सौरभ अरोड़ा के अनुसार, “पुदीना की पत्तियां कैलोरी पर कम होती हैं और इसमें प्रोटीन और वसा बहुत कम मात्रा में होते हैं।” पुदीना अपच से लड़ने के लिए कारगर दवा है। इसमें कार्मिनेटिव और एंटीस्पास्मोडिक गुण है। पुदीना चबाने से सूजन और गैस से राहत मिलती है। ऐसे में जिनका शरीर फुला हुआ हो, उन्हें इसका इस्तेमाल करना चाहिए।
मेटाबॉलिज्म करता है मजबूत: पुदीना के आवश्यक तेल पित्त प्रवाह को बढ़ाने और पाचन को बढ़ावा देने के लिए पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करता है। यह भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करने में भी मदद करता है। जब शरीर पोषक तत्वों को ठीक से पचाने और अवशोषित करने में सक्षम होता है, तो आपका चयापचय बढ़ जाता है। चयापचय में यह वृद्धि वजन घटाने में मदद करता है।
तनाव करता है कम: मोटापा का प्रमुख कारण स्ट्रेस और टेंशन भी माना जाता है। अरोमाथेरेपी में पुदीना सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली जड़ी बूटी है। इसमें एक मजबूत, ताज़ा गंध है जो तनाव को कम कर सकता है और शरीर और मन को ताज़ा कर सकता है। पुदीना के आवश्यक तेल को इनहेल करने से रक्त में सेरोटोनिन तुरंत निकल सकता है जो एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो तनाव और अवसाद के लक्षणों को कम करने के लिए अच्छी तरह से जाना जाता है।
स्किन को हेल्दी बनाने में मददगार: पुदीना में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा पर मुँहासे और दाना का इलाज करने में मदद करता है। पुदीना के पत्तों में सैलिसिलिक एसिड की उच्च मात्रा होती है जो मुँहासे विरोधी के रूप में काम करता है।