Nitish Kumar: नीतीश कुमार सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ ली। आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को 125 सीटों के साथ बहुमत मिला था। इसके साथ ही सरकार बनाने को लेकर माथापच्ची शुरू हुई थी। एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुना गया। नालंदा में जन्में नीतीश का जीवन बहुत उथल-पुथल के बीच होकर गुजरा है। लेकिन इतने संघर्ष के बाद वे लगातार आगे बढ़ते रहे।

रहे हैं इंजीनियरिंग के स्टूडेंट – नीतीश ने बिहार में रहते हुए ही अपनी पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने पटना के बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग यानी एनआईटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री (Nitish Kumar Education) हासिल की है। वहां से अपनी पढ़ाई करने के बाद नीतीश काफी समय तक बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में काम भी करते रहे। इलेक्ट्रिकल के क्षेत्र में कई साल काम करने के बाद नीतीश का मन राजनीति की ओर लगने लगा। समय के साथ-साथ नीतीश बिहार में प्रसिद्धि पाने लगे और एक बड़े राजनीतिज्ञ के रूप में उभरकर सामने आए।

गांव के बच्चों को करते हैं प्रेरित: नीतीश कुमार का गांव नालंदा का कल्यान बीघा (Nitish Kumar’s Village) है। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एक इंटरव्यू में उनके गांव के लोगों ने यह साझा किया कि नीतीश हमेशा से ही पढ़ाई में बहुत अच्छे रहे हैं और वो अपने गांव के सभी बच्चों को खूब पढ़ाई करने की शिक्षा देते हैं।

उनके गांव वालों का कहना है कि नीतीश अपने गांव के भविष्य के बारे में बहुत सोचते हैं, इसलिए ही स्वयं कामयाबी हासिल करने बाद यह चाहते हैं कि उनके गांव के बच्चे भी आगे निकलकर सामने आएं और तरक्की हासिल करें। आपको बता दें कि बचपन में नीतीश कुमार की जान जाते-जाते बची थी। वह एक ट्रेन के नीचे आने से बाल-बाल बच गए थे।

जे पी आंदोलन का भी रहे हिस्सा – जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में बिहार के साथ ही पूरे देश में आंदोलन चल रहा था। इस दौरान कई युवा सामाजिक कार्यकर्ता और युवा नेता उभरकर सामने आए, इन्हीं में से एक थे – नीतीश कुमार। उस समय जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व वाले इस आंदोलन ने केन्द्र की इंदिरा सरकार की नींव हिला दी थी।